सर्दियों में रखें सौंदर्य बरकरार

महिलाएं वैसे तो हर मौसम में सुंदर दिखना चाहती हैं पर हर मौसम में उन्हें अपनी सुंदरता बरकरार रखने के लिए विशेष ध्यान देना पड़ता है। गर्मियों में अधिक गर्मी और पसीने का प्रभाव त्वचा पर पड़ता है और बाहर निकलने पर सनबर्न का डर रहता है। बरसातों के मौसम में अधिक नमी होने के कारण अलग तरह से त्वचा पर प्रभाव पड़ता है। सर्दियों में जिन लोगों की त्वचा खुश्क होती है उन्हें विशेष रूप से सर्द हवाओं की मार से त्वचा का ध्यान रखना होता है। सामान्य और तैलीय त्वचा भी देखभाल तो मांगती है पर खुश्क त्वचा अधिक देखभाल मांगती है।


रूखी त्वचा संवेदनशील होती है। उसकी नमी को बरकरार रखना बहुत आवश्यक होता है नहीं तो त्वचा खिंची हुई और झुर्रियों वाली दिखती है। ऐसे में प्राकृतिक रूप से त्वचा की ग्रंथियां पर्याप्त तेल नहीं बनाती। सर्दियों में यह प्रक्रिया और कम हो जाती है तो हमें बाहरी क्रीम, माश्राइजर का सहारा लेना पड़ता है। त्वचा का रूखापन मौसम अनुसार बढ़ता रहता है इसलिए नमी बनाकर रखना जरूरी होता है।


नमी बना कर रखें

त्वचा का रूखा होना कई कारणों पर निर्भर करता है जैसे पौष्टिक भोजन का अभाव, आनुवंशिक, लंबी बीमारी, कास्मेटिक्स का अधिक प्रयोग, साबुन का अधिक प्रयोग, धूप में अधिक बाहर रहना और त्वचा रोग से ग्रस्त होना आदि। अपने कारणों को जानकर अपनी त्वचा की सही  देख रेख कर हम काफी हद तक छुटकारा पा सकते हैं। अगर हम फास्ट और जंक फूड का अधिक सेवन करते हैं तो हमारे शरीर को संपूर्ण विटामिन्स नहीं मिल पाते। इसका प्रभाव सीधा हमारी त्वचा पर पड़ता है। अगर हम दाल, चावल, सब्जी, फल, रस, सूप, रोटी का सेवन नियमित करते हैं तो हमारी त्वचा अच्छी होगी।


आनुवंशिक कारण होने पर हम माश्चराइजर, कोल्ड क्रीम, घरेलू उबटन प्रयोग में लाकर अपनी त्वचा में सुधार ला सकते हैं। धूप से अपनी त्वचा को हम आंखों पर चश्मा, हाथों को दस्तानों से ढककर, खुली त्वचा पर सन स्क्रीन लोशन लगाकर बचाव कर सकते हैं। कभी कभी त्वचा पर कोई भी एलर्जी होने पर भी त्वचा कटी फटी लगती है त्वचा विशेषज्ञ से मिलकर हमें समय पर उसका इलाज करवा लेना हितकर होता है।


स्वस्थ त्वचा के लिए चेहरे की समय समय पर मसाज करवानी चाहिए। अधिक रसायनिक प्रभाव वाले कॉस्मेटिक्स से बचना चाहिए। चेहरे और त्वचा पर अधिक तेज साबुन का प्रयोग नहीं करना चाहिए। नहाने के बाद माश्चराइजर का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। नहाते समय शरीर पर हल्का तेल मलना चाहिए और रात्रि में सोते समय चेहरा हाथ, पांव धोकर माश्चराइजर लगाना चाहिए।


रात्रि में रखें त्वचा का ध्यान

दिन में तो अपनी त्वचा का ध्यान अधिकतर लोग रखते हैं। रात्रि में भी त्वचा देखभाल मांगती है। इसकी जानकारी अधिक लोगों को नहीं है। रात्रि में भी चेहरे और खुली त्वचा को साफ कर चेहरे और खुली त्वचा पर कुछ पानी की बूंदे डालें। फिर नर्म तौलिए से त्वचा सुखा लें। अब पूरी त्वचा पर माश्चराइजर लगाएं। अंत में टिशू पेपर से एक्स्ट्रा माश्चराइजर हटा लें। पुरूष भी माइश्चराजर का प्रयोग कर सकते हैं।


नहाते समय साबुन के स्थान पर दूध का करें प्रयोग

अक्सर हम भागते दौड़ते स्नान करते हैं और नहाते समय शरीर पर रगड़ कर साबुन मलकर स्नान करते हैं जिससे हमारी त्वचा रूखी पड़ जाती है क्योंकि साबुन में तेज रसायन हमारी नर्म त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं। अगर हम कम से कम सप्ताह में एक या दो बार दूध से स्नान करें तो त्वचा पर साबुन की आवश्यकता नहीं रहेगी और त्वचा भी नर्म, मुलायम होगी।
नहाने वाली बाल्टी के पानी में दूध, आधा चम्मच बादाम तेल और कुछ बूंदें परफ्यूम की मिलाएं, फिर स्नान करें, या फिर एक मग में थोड़ा दूध लेकर पूरे शरीर पर उसे अच्छी तरह मल लें और कुछ समय के लिए उसे सूखने दें। फिर मौसम अनुसार ताजे या गुनगुने पानी से स्नान कर लें। यह राजसी स्नान कहलाता है जो त्वचा को नर्म बनाए रखता है।


होंठों पर मलाई लगाएं

खुश्क होंठों को नम बनाने के लिए होंठों पर दूध की मलाई रात्रि में लगाएं। चाहें तो मलाई में गुलाबजल, नींबू का रस मिलाकर भी लगा सकते हैं। लिपस्टिक लगाने से पूर्व नर्म गीले तौलिए से होंठों की मृत त्वचा को साफ कर लिपस्टिक लगाने से होंठ सुंदर दिखते हैं। लिपस्टिक के बाद होंठों पर हल्की सी वैसलीन लगाने से होंठों पर ग्लासी लुक आता है।


कटी फटी उंगलियों के लिए

विटामिन ई युक्त तेल में एलोवेरा जेल मिलाकर रात्रि सोने से पहले मसाज करें फिर ग्लव्स पहन कर सोयें। कुछ ही दिन में कटी फटी त्वचा साफ हो जाएगी। तेज साबुन से हाथ न धोएं। हाथों को धोने के बाद दिन में तीन चार बार लोशन या क्रीम लगाएं ताकि झुर्रियां दूर हो जाएं और हाथों की त्वचा नर्म रहे। जैतून का तेल और बादाम का तेल भी त्वचा के लिए अति उपयुक्त है। इसका प्रयोग नियमित कर उंगलियों की कटी फटी त्वचा से छुटकारा दिलाता है।


डाइट का भी रखें ध्यान

संतुलित भोजन का सेवन हर लिहाज से अच्छा है, स्वास्थ्य के लिए, चमकदार त्वचा और बालों के लिए भी। संतुलित भोजन में सब्जियां, फल, दालें, अनाज को शामिल करें। ब्रोकली व गाजर का सेवन मौसम में नियमित करें क्योंकि इनमें बीटा कैरोटीन होता है जो एंटी आक्सीडेंट है।


फ्लैक्स सीड आप प्रातः पानी के साथ निगल सकते हैं। इसे भून कर दही और सलाद पर डाल सकते हैं। फ्लैक्स सीड त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद करते हैं। दिन भर में 8 से 10 गिलास पानी अवश्य पिएं। अल्कोहल, धूम्रपान, जंक फूड, सॉफ्ट ड्रिंक्स से परहेज करें।
इनके इलावा जिस कमरे में सोते हैं या अधिक समय बिताते हैं उसके कमरे का तापमान संतुलित हो, इस बात पर ध्यान दें।