क्रिस्टल से घर सजाएं

घर को सजाने के लिए इन दिनों क्रिस्टल और कांच के सामान का खूब इस्तेमाल किया जा रहा हे। यह आकर्षक होने के साथ-साथ घर को विशेष लुक भी देता है। क्रिस्टल के सामान को अलमारियों, टेबल और शोकेस में सजाया जाता है।


दुनियाभर में उत्तम क्रिस्टल की वस्तुओं में स्वरोवस्की संग्रह का नाम सबसे अधिक है। इन पीसिज के संग चौबीस कैरेट की पक्की कोटिंग का इस्तेमाल होता है या कुछ क्रिस्टल इसके बिना भी होते हैं। जब एक सदी पहले स्वरोवस्की ने पहला क्रिस्टल तराशा था, तब उसने कभी सोचा भी नहीं होगा कि वह कितनी महान कृति को जन्म दे रहा है। इसके बाद आस्ट्रिया में स्थित इस स्वरोवस्की क्रिस्टल फैक्ट्री ने हजारों डायमंड और क्रिस्टल बनाए, जो दुनियाभर में मशहूर हुए। इस फैक्ट्री के दो मुख्य आकर्षण हैं-पहला बारह टन की क्रिस्टल की दीवार और दूसरा क्रिस्टल ग्लोब, जिसके अंदर आप चहल-कदमी कर सकते हैं। अपने अनगिनत प्रतिबिंबों को देख सकते हैं।


भारत में भी ऊंचे स्तर के कट ग्लास के कांच के सामान का उत्पादन किया जाता है जो विदेशी क्रिस्टल की तुलना में कहीं सस्ता है। क्रिस्टल या कट ग्लास के संग्रह की सबसे अच्छी बात है कि इसे आप पारंपरिक या आधुनिक गृह सज्जा वाले दोनों प्रकार के घरों में सजा सकते हैं। इन्हें इतनी बारीकी से तराशा जाता है कि ड्राइंग रूम में सजा हुआ क्रिस्टल स्वयं ही अपनी ओर ध्यान आकर्षित करता है।


ये अनेक आकारों और डिजाइनों में बाजार में उपलब्ध हैं, जैसे छोटे फूलदान, फूल, घड़ियां, केक स्टैंड, सर्विंग बाउल आदि मिलते हैं। सुंदर क्रिस्टल के झूमर और लैम्प से अपने घर को प्रज्वलित करें। बाजार का एक विशेष प्रभाव वातावरण में फैल जाता है। बाजार में महंगे स्वरोवस्की झूमर से लेकर कम कीमत वाले आकर्षक झूमर उपलब्ध हैं।


आजकल घर में फेंगशुई वस्तुएं रखने का प्रचलन है। कट ग्लास में इसके कई फिगर मिलते हैं जैसे घोड़ा, डालफिन, कछुआ और लाफिंग बुङ्ढा आदि। इसका रखरखाव भी बहुत आसान है।


क्रिस्टल को हर रोज नरम कपड़े से साफ करें। महीने में एक बार इन्हें पानी से धोएं। इसके लिए एक टब में पानी लें और उसमें सर्फ अच्छी तरह घोल लें। फिर उसमें क्रिस्टल का सामान कुछ देर के लिए छोड़ दें जिससे कोनों में जमी धूल-मिट्टी निकल जाए। फिर उसे साफ पानी से धोकर सूखे कपड़े से पोंछ दें।


ध्यान रहे कि चौबीस कैरेट प्लेटिंग वाले क्रिस्टल को या अन्य धातु लगे क्रिस्टल को पानी से नहीं धोना चाहिए।