इन्हें खाइए, खुश हो जाइये

खाना खाना जीवन की अहम जरूरतों में से है। अगर खाना आपकी अपनी पसंद का हो तो क्या कहने। उस दिन मूड बढ़िया रहता है और मन संतुष्ट रहता है। अगर खाना पसंद का न हो तो अच्छा भला मूड भी खराब हो जाता है। यह बात बच्चों में ही नहीं बल्कि हर आयु वर्ग की समस्या है।


जब हम अपनी पसंद का खाना खाते हैं तो हमारे शरीर में एंडार्फिन हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है जो मूड को अच्छा बनाता है। इसके साथ खाते समय यह भी निर्भर करता है कि सही वक्त पर, सही साथी के साथ, सही जगह पर भोजन खाया जाए। ये सब बातें खाने के मूड को और बेहतर बनाती हैं।


एक रिसर्च से एक दिलचस्प बात का पता चला हैं। स्त्रियों को किसी खास डिश की इच्छा तब होती है जब वे टेंशन में हों या बोर हो रही हों और पुरूषों को खाने का मजा तब आता है जब उन्हें जोर से भूख लगी हो। एक मनोवैज्ञानिक के अनुसार मनुष्य को वही खाने की चीजें भाती हैं जो उन्हें मना हों मसलन चिप्स, बर्गर, पिजा, पेस्ट्री, चॉकलेट आदि क्योंकि हम अधिकतर इन चीजों को पसंद तो बहुत करते हैं पर इनसे बचने का पूरा प्रयास करते हैं पर इच्छा इतनी तीव्र हो जाती है कि उन्हें खा लेने के बाद ही संतुष्टि होती है चाहे बाद में रिग्रेट हो?
कुछ खाने की चीजों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आप खायेंगे तो मूड अच्छा हो जायेगा।


सलाद और पालक

सलाद और पालक की पत्तियों में फोलेट की मात्रा होती है। फोलेट डिप्रेशन को दूर करने में मदद करता है। प्रातः सलाद के पत्ते कच्चे खाएं। लंच या डिनर में हरी पत्तेदार सब्जियां हों तो मूड और अच्छा रहेगा।


केला और स्ट्रॉबेरी

केला ऐसा फल है जो सारा साल आसानी से मिलता है। स्ट्रॉबरी जरूर गर्मियों का फल है। जब गर्मियां हों, उन दिनों स्ट्रॉबेरी का भरपूर सेवन करें। केले में पोटाशियम और विटामिन 6 की अधिक मात्रा होने के कारण मूड भी अच्छा रहता है और सेहत में भी लाभ मिलता है। इसका अर्थ यह नहीं कि मौसमी फलों का सेवन न किया जाए जो सबसे अधिक लाभप्रद होते हैं। मौसमी फल जेब को भी अधिक नुक्सान नहीं पहुंचाते।


दूध और दूध से बने पदार्थ

दूध और दूध से बने पदार्थों में यह गुण होता है कि वे निराशा और बेचैनी को दूर करने में मदद करते हैं। नाश्ते में दूध, दूध का दलिया, दूध और ओटमील, दूध और म्यूजली, दूध और पापकार्न लें। सारे पोषक पदार्थ भी मिलेंगे, दिन भर एनर्जेटिक व प्रसन्न भी रहेंगे। दिन में खाने के साथ छाछ, दही लें। छाछ का सेवन तो दिन में कोल्ड ड्रिंक के स्थान पर करें।


चॉकलेट, चाय, काफी

चॉकलेट बच्चों और बड़ों दोनों को अच्छा लगता है। चॉकलेट में कैफीन और थियोब्रोमीन रहने से मूड जल्दी अच्छा होता है। आजमा कर देखें। जब भी मूड अच्छा न हो, थोड़ा सा टुकड़ा डार्क चाकलेट का खाएं। फिर देखें थोड़ी ही देर में आपका मूड अच्छा हो जाएगा। कैफीन लेना अच्छा लगता है तो चाय या कॉफी के सेवन से भी मूड अच्छा हो सकता है।
चॉकलेट, चाय और काफी का सेवन बहुत ही सीमित मात्रा में करें क्योंकि कई बार अधिक सेवन से नींद उड़ जाती है जो लाभ के स्थान पर नुक्सान पहुंचाती है। कैफीन हार्ट को उत्तेजित कर हार्ट बीट बढ़ा देती है, इसलिए इसके आदी न बनें। इनके स्थान पर खजूर और गुड़ का सेवन कर सकते हैं। सेहत भी ठीक रहेगी और मूड भी अच्छा रहेगा।


एक मुट्ठी नट्स

नट्स में ओमेगा 3 फैटी एसिड्स होते हैं जो हमारे शरीर के एनर्जी लेवल और मूड को अच्छा रखने में सहायक होते हैं। इसी प्रकार चना, राजमा और सोयाबीन का भी सेवन करें। ये भी मूड बस्टर होते हैं। खाने के बाद 4 से छः दाने काजू के या भुनी मूंगफली के खाने से एनर्जी लेवल और मूड में जबर्दस्त बदलाव आता है। नट्स में आप बादाम, अखरोट, पिस्ता, काजू का सेवन करें।


सी फूड

सी फूड में मुख्यतः मछली, केकड़े और ओएस्टर में ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा र्प्याप्त होती है और सेलेनियम की मात्रा होती हैं। सेलेनियम मूड को अच्छा करने में मददगार होता है और आमेगा 3 फैटी एसिड हृदय को स्वस्थ रखता है क्योंकि उसमें अनसैचुरेटड फैट होते हैं। इसलिए मांसाहारी लोगों को सी फूड ज्यादा खाने चाहिएं।


मीट और चिकन

मीट और चिकन में प्रोटीन और आयरन की मात्रा अधिक होती है जिससे शरीर को पूरे पोषक तत्व मिलते हैं, इसमें विटामिन बी 12 भी अधिक होता है जो डिप्रेशन और अनिद्रा से दूर रखने में मदद करता है। दिमाग अलर्ट रहता है। ये सभी चीजें हमारा मूड ठीक रखने में मदद करती हैं।