इज़राइल-हमास संघर्ष सीरिया में फैल रहा : संयुक्त राष्ट्र राजदूत

संयुक्त राष्ट्र,  सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ने कहा है कि इज़राइल-हमास युद्ध सीरिया तक फैल रहा है जो पहले ही बढ़ती अस्थिरता, हिंसा और 12 साल से चल रहे संघर्ष का राजनीतिक समाधान नहीं होने जैसी समस्याओं से जूझ रहा है।

सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गीर पेडर्सन ने सुरक्षा परिषद में कहा कि सीरिया में चरम हिंसा के बीच अंदेशा है कि सीरियाई लोगों को अब व्यापक तनाव की भयावह का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति सात अक्टूबर को हमास द्वारा इज़राइल पर हमला करने और इसके बाद इज़राइल की ओर से गाज़ा में सैन्य कार्रवाई शुरू करने का नतीजा है।

उन्होंने कहा कि संघर्ष के सीरिया में फैलने का खतरा नहीं है, बल्कि यह पहले ही फैल चुका है।

पेडर्सन ने उन घटनाओं को जिम्मेदार ठहराया है जिसमें इज़राइल ने सीरिया के अलप्पो और दमिश्क हवाई अड्डों पर कई बार हमला किया है और अमेरिका ने भी सीरिया में हमले किए हैं। अमेरिका ने दावा किया है कि सीरियाई क्षेत्र में ईरान समर्थित समूहों द्वारा उसके बलों पर हमले किए गए थे जिसके जवाब में उसने कार्रवाई की है।

उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सबसे ज्यादा तनाव है और जोखिम भरी स्थिति है तथा आग में और घी डाला जा रहा है जिससे सीरिया में आग भड़कनी शुरू हो चुकी है जो सात अक्टूबर से पहले से ही हिंसा में बढ़ोतरी देख रहा है।

पेडर्सन ने कहा कि 2020 के बाद से सीरिया में मारे गए, जख्मी हुए और विस्थापित हुए लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है। उन्होंने सरकार नियंत्रित इलाकों में हमलों में बढ़ोतरी का हवाला दिया।

वहीं, अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने आरोप लगाया कि सीरिया और ईरान द्वारा समर्थित कुछ आतंकवादी समूह इज़राइल के खिलाफ हमले की साज़िश रचने और आक्रमण करने के लिए सीरियाई क्षेत्र का इस्तेमाल कर गाज़ा संघर्ष को फैलाने का खतरा पैदा कर रहे हैं। उन्होंने सीरिया पर ईरान और आतंकवादी समूहों को सैन्य उद्देश्यों के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों का इस्तेमाल करने की इजाजत देने का भी आरोप लगाया।

ग्रीनफील्ड ने कहा, “ हम सरकार से मांग करते हैं कि वह सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया गतिविधियों पर अंकुश लगाए। अपने क्षेत्र के जरिए विदेशी हथियारों व लड़ाकों की आपूर्ति पर रोक लगाए और गोलन हाइट्स पर तनाव भड़काने वाली गतिविधियों को रोके।”

उन्होंने कहा, “ अमेरिका ने सभी तत्वों को चेताया है कि वे गाज़ा में स्थिति का फायदा संघर्ष को फैलाने के लिए न उठाएं।”

अमेरिकी राजदूत ने कहा, “ हम स्पष्ट कर चुके हैं कि सीरिया में हमारे कर्मियों, ठिकानों या अमेरिकी हितों के खिलाफ हमले हुए तो हम जवाब देंगे।”

सीरिया के करीबी सहयोगी रूस के राजदूत वासिली नेबेंज़िया ने इज़राइली बलों पर सीरिया में असैन्य हवाई अड्डों समेत कई स्थानों पर हमले करने का आरोप लगाया और सीरिया में अमेरिकी हमलों को ‘अवैध कार्रवाई’ और सीरिया की संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन’ करार दिया है।

उन्होंने कहा कि इज़राइल हमास संघर्ष की वजह से तनाव बहुत बढ़ गया है और जिस तरह से अमेरिका ने हमला किया है, वैसे हमले होने से संघर्ष पूरे क्षेत्र में फैल सकता है। उन्होंने कहा, “ यह स्वीकार्य नहीं होना चाहिए।”

ईरान के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत आमिर इरावनी ने अमेरिका के सभी दावों को खारिज करते हुए कहा कि उनका देश सीरिया के आग्रह पर आतंकवाद से लड़ने के लिए दमिश्क में है। उन्होंने अमेरिका पर दोष को दोषी के बजाय पीड़ित पर डालने का प्रयास करने का आरोप लगाया।

इरावनी ने परिषद से कहा कि अमेरिका द्वारा इज़राइल को अटूट समर्थन देना समस्या का एक कारण है। उन्होंने कहा कि अमेरिका एवं कुछ पश्चिमी देश इज़राइल को आत्मरक्षा का गैर न्यायोचित अधिकार देने की कोशिश कर रहे हैं जबकि वे फलस्तीनी लोगों के आत्मरक्षा के अधिकार को नज़रअंदाज कर रहे हैं और फलस्तीनी विरोध की तुलना आतंकवाद से कर रहे हैं।

ईरानी राजदूत ने जोर देकर कहा, “ईरान का प्राथमिक उद्देश्य क्षेत्र में तनाव में किसी भी तरह की वृद्धि से बचना है और यही कारण है कि उसने गाजा में लोगों के लिए तत्काल संघर्ष विराम और मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय आह्वान का समर्थन किया है।”

इरावनी ने कहा कि ईरान उसकी सुरक्षा को खतरे में डालने वाले किसी भी खतरे, हमले या आक्रामकता का जवाब देगा।