मप्र : बसपा नेता रामलखन सिंह, कांग्रेस के कई नेता भाजपा में शामिल

भोपाल,  आसन्न लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज होने के बीच मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में विपक्षी दलों के नेताओं की आमद जारी है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व लोकसभा सदस्य रामलखन सिंह, कांग्रेस के दो पूर्व विधायक- नीलेश अवस्थी और अजय यादव समेत कई नेता बृहस्पतिवार को पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो गए।

यहां एक समारोह में इन नेताओं का भाजपा में स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पार्टी का परिवार लगातार बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा,”आप सभी भाजपा की विचारधारा और प्रधानमंत्री की नीतियों से प्रेरित होकर पार्टी में शामिल हुए हैं। मैं आपका स्वागत करता हूं।”

रामलखन सिंह तीसरी बार भाजपा में शामिल हुए हैं। गुजरे बरसों में वह दो बार भाजपा छोड़ चुके हैं और मायावती के नेतृत्व वाली बसपा में शामिल हो गए थे। वह भिंड से लोकसभा सदस्य रह चुके हैं।

राज्य में पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस नेता बड़ी संख्या में भाजपा में शामिल हो रहे हैं।

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी ने राज्य की सभी 29 सीट जीतने की रणनीति के तहत एक लाख कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को अपने पाले में लाने का लक्ष्य रखा है।

दूसरी ओर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पार्टी छोड़ने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि पाला बदलने वाले नेताओं का कोई राजनीतिक भविष्य नहीं है।

भाजपा के एक अन्य नेता ने कहा कि पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा के 50,000 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भाजपा में शामिल करने का लक्ष्य तय किया है और अपनी जिला इकाई को इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कहा है।

छिंदवाड़ा एकमात्र लोकसभा सीट थी जहां भाजपा 2019 के पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से हार गई थी।

प्रदेश भाजपा प्रमुख वी डी शर्मा ने दावा किया,”मुझे लगता है कि अब तक कांग्रेस के लगभग 50,000 कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इनमें कई प्रभावशाली नेता भी हैं जो कांग्रेस में खुश नहीं थे।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य भर में जिला, तहसील, प्रखंड और मतदानकेंद्र स्तर पर अपने नेताओं के “पलायन” के सिलसिले की गवाह बन रही है।

खजुराहो सीट से लोकसभा में दूसरे कार्यकाल के लिए चुनावी मैदान में उतरे शर्मा ने दावा किया कि राज्य में मतदान समाप्त होने से पहले कांग्रेस के कम से कम एक लाख कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो जाएंगे।

राज्य की 29 लोकसभा सीट पर चार चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, सात मई और 13 मई को मतदान होगा।