अनिद्रा से कैसे निपटें

नींद स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है क्योंकि दिनभर की थकान के बाद मस्तिष्क को आराम चाहिए जिससे वह अगले दिन की दिनचर्या को पूर्ण कर सके। सुबह के वक्त जब हम सो कर उठते हैं, तब अपने अपने को कितना तरोताजा महसूस करते हैं। यह हमारे अच्छे स्वास्थ्य का ही एक लक्षण है जो सिर्फ रात्रि में नींद आने के कारण ही प्राप्त होता है। फिर भी आजकल के इस तेज रफ्तार वाले युग में हममें से कितने ही लोग शांत नींद को खो चुके हैं।
व्यक्ति की दिनचर्या से उसकी नींद पर बहुत प्रभाव पड़ता है। एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए कम से कम छः घंटे सोना आवश्यक है जिसके शुरूआती समय में वह अचेत रहता है और उसका मस्तिष्क दिनभर की बातों को सोचता है। इसके बाद का समय वह है जिसमें मस्तिष्क भी सो जाता है और इस समय की नींद को गहरी नींद कहा जाता है। यह समय ऐसा होता है जिसमें व्यक्ति और उसका मस्तिष्क पूर्ण रूप से आराम करते हैं। इसके बाद का समय फिर ऐसा होता है जिसमें व्यक्ति का मस्तिष्क तो जाग जाता है लेकिन व्यक्ति सोता रहता है।


पहले व आखिरी समय में मस्तिष्क बीते पलों और आने वाले पलों के बारे में तरह-तरह के सपने देखता है। फिर भी गहरी नींद से कितने ही व्यक्ति वंचित रह जाते हैं जिसका कारण उनकी दिनचर्या में गड़बड़ी होना है। रात्रि के समय करवटें बदलते रहने से उनकी सुबह थकान से ग्रस्त होती है। दिन में सोना बुरी आदत है। कुछ व्यक्ति दिन में समय मिलते ही सो जाते हैं जिससे उनकी जीवन-शैली पर प्रभाव पड़ता है। धीरे-धीरे उन्हें रात में नींद कम आने लगती है और दिन में नींद आने लगती है जिससे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
किसी कार्य को करने के बाद खूब थक कर सोना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है जिससे बुखार जैसे रोगों को बढ़ावा मिलता है। रात को सोने के लिए नींद की गोलियां लेकर सोना बुरी आदत है जिससे स्वास्थ्य को हानि पहुंचती है। जब व्यक्ति सोकर उठता है तो उसे हल्कापन महसूस होने के बजाय सिरदर्द होता है। धीरे-धीरे यह आदत स्वास्थ्य को नष्ट करती जाती है।


कुछ व्यक्ति दुबला-पतला और सुन्दर दिखने के लिए आवश्यकता से कम खाते हैं और कुछ स्वाद के कारण आवश्यकता से अधिक खा जाते हैं। उन्हें यह भी पता होना चाहिए कि भोजन करने का प्रभाव भी नींद पर पड़ता है। कम या ज्यादा खाने से मस्तिष्क का ध्यान भोजन पर रहता है और गहरी नींद नहीं आती, जिससे स्वास्थ्य बिगड़ता है।


यदि नींद न आए और करवटें बदलते-बदलते आप और भी परेशान हो जाएं, तब उठकर कुछ ऐसा काम करना चाहिए जिससे थोड़ी थकान महसूस हो। फिर अच्छी नींद आएगी। देर रात सोना और सुबह देर से उठना गलत आदतें हैं। अच्छी एवं शांतिपूर्ण नींद प्राप्त करने के लिए जल्दी सोना व जल्दी उठना उचित होता है। आसानी से नींद न आए तो गरम पानी से नहाएं। सोते समय संगीत को धीमी आवाज से चलने दें। इससे संगीत के धीमे स्वर आपको अन्य बातों का ख्याल भी न आने देंगे।