भोजन करें मगर ध्यान से

दीर्घजीवन जीने की खोज आज से नहीं वर्षों से चल रही है। भोजन शरीर को ऊर्जा देता है। हम जैसा भी खाते हैं वैसे ही बन जाते हैं।
खाते समय ध्यान रखना चाहिए कि हम क्या खा रहे हैं। यदि हम उचित खान-पान रखें तो शरीर का कायाकल्प कर सकते हैं। लम्बे जीवन की आशा सबको होती चाहिए। जीवन शैली चुस्त, प्रसन्न, आत्मविश्वास वाली होनी चाहिए। ‘जीवेम शरद: शतम्’ की संकल्प शक्ति होनी चाहिए।
प्रात: उठने पर मन प्रसन्न हो। शुद्ध वायु-प्राण वायु है। शुद्ध जल अमृत तुल्य होता है। संतुलित भोजन संजीवनी है। हममें से बहुत से लोग नहीं जानते कि कब क्या खाना चाहिए। खूब खा-खाकर तोंद निकालकर बैठ जाते हैं या असंतुलित भोजन का सेवन कर बीमार हो जाते हैं।
कई बार शादी-विवाह में कई लोग अज्ञानतावश ऐसे खाद्य पदार्थ सेवन कर लेते हैं, जिनसे उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। उन्हें शारीरिक लाभ की जगह हानि उठानी पड़ती है। जाने-अनजाने, अज्ञानतावश कई बार अपनी प्रकृति विरुद्ध आहार का सेवन करने से एलर्जी या चर्म रोग तथा पेट के रोग पैदा हो सकते हैं।
यदि गलती से गलत वस्तु खा लें तो उसे पेट में से निकाल फैंके- वमन, उल्टी-दस्त द्वारा। पानी के ज्यादा सेवन के बाद शक्तिवर्धक पदार्थ खाएं। डॉक्टर की सलाह लेकर दवा भी लें। यदि आप सतर्क रहें तो इस तरह स्वास्थ्य रक्षा कर सकते हैं।
1. जली हुई सब्जी, पकाते समय पतीले के तल पर जली सब्जी, चावल खाने से परहेज करें। इनके खाने से मितली, मन घबराना और वमन हो सकते हैं।
2. प्रात: दंत धावन के बिना, पेट साफ किए बिना भोजन नहीं करना चाहिए। कब्ज के दौरान भोजन करने से पेट दर्द हो सकता है। शरीर के वेगों को रोककर भोजन नहीं करना चाहिए। व्यायाम करने के पश्चात तुरंत भोजन नहीं करना चाहिए।
3. गर्म-गर्म, भोजन खाने के पश्चात ठण्डा जल नहीं पीना चाहिए इससे दांतों और मसूड़ों का नुकसान हो सकता है।
4. खीर खाने के पश्चात लस्सी नहीं पिएं। ऐसा करने से शरीर में कफ की वृद्धि होती है।
5. नींबू, इमली, जामुन खाने के पश्चात दूध का सेवन नहीं करें। ऐसा करने से पेट में दर्द उठ सकता है।
6. शहद एवं घी मिलाकर नहीं खाएं। ऐसा करने से पेट में भारीपन पैदा हो सकता है।
7. दूध पीने के पश्चात मछली का सेवन नहीं करें- ऐसा करने से शरीर पर सफेद निशान पड़ सकते हैं परन्तु आजकल वैज्ञानिकों का मत है कि एक विशेष प्रकार की समुद्री मछली होती है जिसके सेवन के पश्चात दूध पीना नहीं चाहिए।
8. गरिष्ठ, फ्राईड, तले हुए भोजन के पश्चात ठण्डा जल नहीं पीना चाहिए। इससे गला अवरुद्ध हो सकता है। आवाज़ में भारीपन आ सकता है।