डिब्बाबंद खाने के प्रयोग से बचें

दिनभर कालेज में उछल-कूद करने तथा ऑफिस में काम के दौरान जब हमें भूख सताने लगती है तो बिना झिझक सीधे बाजार पहुंचकर डिब्बाबंद आहार अर्थात ‘रेडी टू ईट फूड’ को लेकर खाने लगते है जिससे आगे चलकर हमारे शरीर को तकलीफ होने लगती है और हम नहीं चाहते हुए भी बीमार होकर डॉक्टरों की शरण में चले जाते हैं।


इसीलिए आहार विशेषज्ञों की सलाह है कि बाजार में मौजूद डिब्बा बंद खाने के लगातार इस्तेमाल से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करने पर आंत की बीमारी होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।


यही नहीं, बच्चों का सही शारीरिक विकास भी पूरी तरह रूक जाता है और उम्र के मुताबिक पर्याप्त मात्रा में कैलोरी एवं पौष्टिक तत्व नहीं मिल पाते। इन खाद्य पदार्थों के अधिकाधिक सेवन से अक्सर लिवर और पेट संबंधी बीमारियों का डर सताने लगता है पर इसके बावजूद बाजारों में सूप, सॉस, भुने मसाले, स्नैक्स इत्यादि चीजों की खरीदारी धड़ल्लें से की जा रही है जो हमारी सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है।


सो, अब जब कभी भी आपको भूख सताने लगे और डिब्बाबंद खाने का प्रयोग जरूरी लगने लगे, तब इसे यूज करने से पूर्व कुछ विशेष बातों का ध्यान अवश्य रखें जो निम्न प्रकार से हैं।
घर का बना भोजन ही खाएं


इस व्यस्त आधुनिक जीवन शैली में ‘रेडी टू ईट फूड’ की डिमांड अधिक बढ़ जाने के कारण लोग घर के बने लजीज खानों को सदा अनदेखा करने लग गये हैं जबकि सूप, सॉस और स्नैक्स आदि डिब्बा बंद आहार में सोडियम, सोडा जैसे कैमिकल इस्तेमाल किया जाता है। फलस्वरूप, शरीर में कई बीमारियां घर करने लग जाती है। इसलिए कोशिश करें कि अक्सर घर का बना ताजा भोजन ही ग्रहण करके भूख मिटाएं। लाभप्रद सिद्ध होगा।
पैकेटबंद खाने का कम इस्तेमाल करें


देखा गया है कि लोग भूख मिटाने के लिए स्नैक्स को खाना अधिक पसंद करते है लेकिन शायद उन्हें यह भली-भांति ज्ञात नहीं होता कि इनमें मसालों की अधिकता के अतिरिक्त अजीनोमोटो (एक प्रकार का रसायन) मिला होता है जिसके अधिक सेवन करने मात्रा से ही एसिडिटी यानी पेट में गैस बनने की समस्या उत्पन्न होने लगती है। नतीजतन व्यक्ति बीमार हो जाता है। इसलिए पैकेट बंद खाद्य पदार्थों का प्रयोग कम से कम ही करें। यकीनन बीमार होने की नौबत नहीं आयेंगी।


गुणवत्ता और एक्सपायरी डेट अवश्य जांचें

अक्सर दुकानदार पुराना सामान बेचने के चक्कर में कभी-कभार एक्सपायरी डेट की खाद्य सामग्री भी थमा देते हैं। इसलिए ऐसे ठग दुकानदारों की डिब्बाबंद साम्रगी की जांच करके गुणवत्ता और डेट की तसल्ली अवश्य कर लें वरना यही खाना कब आपको अस्पताल की रोटी खाने के लिए मजबूर कर दें, कुछ नहीं कहा जा सकता।


डॉक्टरों की सलाह लेने से नहीं चूकें

यदि आपको रेडिमेड स्नैक्स आदि खाद्य सामग्री खाने से बीमार होने की आशंका दिखलाई देने लगी है तब ऐसी स्थिति में डॉक्टर के पास जाने में जरा भी सोच-विचार नहीं करें और तुरंत डॉक्टर को सही-सही बतलायें। निस्संदेह, डॉक्टर सही सलाह देकर आपकी बिगड़ती हालत को काफी हद तक कंट्रोल करने में अपनी अहम भूमिका निभाता नजर आयेगा जो कि उत्तम स्वास्थ्य हेतु परम आवश्यक है।


अंत में, डिब्बाबंद खाद्य सामग्री में विटामिन और लौह तत्वों की हमेशा कमी देखी गई है जिसके अभाव में लोग अक्सर बीमार पड़ते रहते हैं। अतएव, शरीर को तंदुरूस्त बनाये रखने के लिए सदा पैकेटबंद स्नैक्स, बर्गर, पिज्जा इत्यादि से परहेज करें। तभी आप अपने शरीर को बीमारियों से बचाने में सफल हो पायेंगे वरना कदापि नहीं।