अमेरिका के साथ बीटीए से भारत का अमेरिका के साथ वस्तु व्यापार अधिशेष कम होने के आसार:क्रिसिल

0
sddfsa

कोलकाता, 25 जून (भाषा) अमेरिका के साथ आसन्न द्विपक्षीय व्यापार समझौतों (बीटीए) से उसके साथ भारत के वस्तु व्यापार अधिशेष में कमी आने के आसार हैं। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की एक शोध रिपोर्ट में यह बात कही गई।

भारत सरकार के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान अमेरिका के साथ भारत का व्यापार अधिशेष 41.18 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था।

रिपोर्ट में कहा गया कि व्यापार समझौते के पूरा होने के बाद भारत अधिक ऊर्जा, कुछ कृषि उत्पाद और रक्षा उपकरण आदि का आयात कर सकेगा। अमेरिका, भारत का सबसे बड़ा निर्यात साझेदार है लेकिन स्मार्टफोन, दवा उत्पादों और कपड़ा, रत्न एवं आभूषण जैसे श्रम-प्रधान निर्यात जैसे क्षेत्रों में निर्यात बढ़ाने की अब भी गुंजाइश है।

अमेरिका ने अप्रैल 2025 में भारत और कई अन्य देशों पर जवाबी शुल्क लगाने की घोषणा की और फिर इन देशों के साथ व्यापार सौदों पर बातचीत करने के लिए 10 अप्रैल से 90 दिन के लिए शुल्क वृद्धि पर रोक लगा दी।

भारत, बीटीए के रूप में अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा है जिसके पहले चरण के इस साल सितंबर तक पूरे होने की उम्मीद है।

रिपोर्ट में कहा गया कि भारत को बीटीए के तहत अमेरिका से अधिक आयात देखने के लिए तैयार रहना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत के शुल्क अमेरिका की तुलना में काफी अधिक हैं और इन्हें कम करने से अमेरिका के निर्यातकों को लाभ होगा।

हालांकि, भारत के निर्यात में कोई बड़ी वृद्धि होने की संभावना नहीं है क्योंकि अमेरिकी प्रशासन का ध्यान भारत के साथ व्यापार घाटे को कम करने पर है और अधिकतर शीर्ष निर्यात पहले से ही शुल्क मुक्त हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका न केवल दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा आयातक भी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *