वृद्धि का नया चरण तीसरी और चौथी श्रेणी के शहरों के सहारे : एमजी मोटर

नयी दिल्ली,  वाहन विनिर्माता एमजी मोटर इंडिया अपनी वृद्धि के अगले चरण के लिए चालू वित्त वर्ष के अंत तक 100 नए शोरूम एवं सर्विस सेंटर खोलने की योजना के साथ देश के तीसरी और चौथी श्रेणी के शहरों का रुख कर रही है।

एमजी मोटर ने जेएसडब्ल्यू समूह के एक निवेशक के रूप में आने के बाद पिछले महीने 5,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना की घोषणा की थी। कंपनी ने 2030 तक भारत में यात्री इलेक्ट्रिक वाहनों की 10 लाख इकाइयां बेचने का लक्ष्य भी रखा है।

कंपनी वित्त वर्ष 2024-25 के अंत तक 270 शहरों में कुल मिलाकर 520 बिक्री और सर्विस सेंटर का नेटवर्क स्थापित करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसके अलावा कंपनी की हर तीन-छह महीने में एक नया मॉडल पेश करने की भी योजना है।

एमजी मोटर इंडिया के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी (सीसीओ) सतिंदर सिंह बाजवा ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि कंपनी ने वृद्धि के अगले चरण के लिए एकदम स्पष्ट रूपरेखा बनाई हुई है जिसे एमजी 2.0 नाम दिया गया है।

इस योजना के तहत कंपनी ने उत्पादन क्षमता बढ़ाने और आगे चलकर ज्यादा मॉडल उतारने की योजना बनाई है। इन योजनाओं को पूरा करने के लिए कंपनी भारतीय बाजार में अपनी पहुंच का विस्तार करना चाहती है।

बाजवा ने कहा, ‘‘वर्तमान में हमारे 170 शहरों में 380 सेवा एवं बिक्री केंद्र हैं। हमें अपनी विस्तार योजना के तहत मार्च, 2025 तक 300 शहरों तक पहुंचना है जिसके बाद हमारे केंद्रों की संख्या भी बढ़कर 500 से अधिक हो जाएगी।’’

उन्होंने कहा कि मौजूदा डीलरों के अलावा कंपनी नेटवर्क विस्तार के लिए नए साझेदारों को भी शामिल करेगी। यह विस्तार ग्रामीण इलाकों, तीसरी और चौथी श्रेणी के शहरों में किया जाएगा।

एमजी 2.0 योजना में कंपनी अपनी वार्षिक उत्पादन क्षमता को एक लाख वाहन से बढ़ाकर तीन लाख वाहन तक ले जाना चाहती है। यह गुजरात के हलोल में दूसरी विनिर्माण इकाई भी स्थापित करेगी।