तिरुवनंतपुरम, निजी एजेंसियों द्वारा रूसी सेना में भर्ती कराने के बाद यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ने वाले केरल के चार युवाओं में से दो जल्द ही अपने परिवारों के पास लौट आएंगे। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने यह जानकारी दी।
विदेश राज्य मंत्री ने मंगलवार की शाम को कहा कि भारतीय दूतावास रूस से उनकी वापसी के लिए युवाओं के यात्रा दस्तावेज तैयार कर रहा है।
अत्तिंगल लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी मुरलीधरन ने कहा, ‘‘ हमें उम्मीद है कि वे जल्द ही घर लौटेंगे।’’
राज्य के शेष दो युवाओं को लेकर राज्यमंत्री ने कहा कि विदेश मंत्रालय उनकी वापसी के लिए भी रूस की सरकार से बातचीत कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘ आश्वस्त रहें, हम उनकी वापसी सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि तीन युवाओं के परिजनों के अनुसार एक भर्ती एजेंसी 2.5 लाख रुपये के वेतन के वादे पर उन्हें रूस ले गई थी।
इससे पहले, मुरलीधरन ने कहा था कि अधिकारियों ने उन एजेंसियों की जांच शुरू कर दी है, जिन्होंने रूस में अच्छी कमाई वाली नौकरियों का वादा कर भारतीयों को युद्ध प्रभावित यूक्रेन भेजने के लिए भर्ती किया था।
उन्होंने यह भी कहा था कि केंद्र सरकार युद्ध प्रभावित क्षेत्र में फंसे सभी भारतीयों की वापसी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और उन्हें भर्ती करने वाली एजेंसियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की प्रक्रिया जारी है।