प्रकाश आंबेडकर ने लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर एमवीए के साथ बातचीत की

मुंबई,  बाबा साहब डॉ भीम राव आंबेडकर के पोते एवं वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) प्रमुख प्रकाश आंबेडकर आगामी लोकसभा चुनावों के लिए विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के साथ सीट बंटवारा वार्ता में शुक्रवार को शामिल हुए।

प्रकाश आंबेडकर ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि यह सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया कि एमवीए का ‘अस्तित्वविहीन’ हो चुके ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेन्टल इनक्लुसिव अलायंस) जैसा हाल न हो।

आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने के लिए 20 दलों के साथ कांग्रेस-नीत ‘इंडिया’ गठबंधन की शुरुआत हुई थी, लेकिन पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के अकेले चुनाव लड़ने की योजना से यह मुश्किल स्थिति का सामना कर रही है।

वीबीए प्रमुख ने बैठक के सकारात्मक रहने का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मैं पहले निकल गया, क्योंकि मुझे एक पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में शामिल होना है। मुझे एमवीए के समक्ष कुछ मुद्दे रखने थे और तीनों घटक दल आपस में उनपर चर्चा करेंगे तथा जरूरत पड़ने पर इसमें कुछ और (मुद्दे) जोड़ेंगे।’’

उन्होंने कहा कि बैठक के मसौदा को बाद में अंतिम रूप दिया जाएगा।

उद्धव ठाकरे-नीत शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का शरद पवार गुट एमवीए में साझेदार हैं।

प्रकाश ने कहा, ‘‘हमने यह सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है कि एमवीए ‘इंडिया’ की तरह नहीं चलेगा और सावधानीपूर्वक कदम बढ़ाएगा। सीट बंटवारे पर बाद में चर्चा की जाएगी। गठबंधन के लिए एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर चर्चा की जा रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे अनुसार, ‘इंडिया’ गठबंधन का अब अस्तित्व नहीं रहा। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (उत्तर प्रदेश में) सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बनने को लेकर अपने अलग-अलग रास्ते पर बढ़ रही हैं। यहां (एमवीए में) यह नहीं होना चाहिए। (बिहार के मुख्यमंत्री) नीतीश कुमार और (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री) ममता बनर्जी अलग-अलग राह चले गए।’’

इससे पहले दिन में, एमवीए के घटक दल शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत ने यहां बैठक में दलित नेता का स्वागत किये जाने की एक तस्वीर साझा की।

एमवीए नेताओं के अनुसार, सहयोगी दलों द्वारा व्यापक सीट बंटवारा समझौते को अंतिम रूप दिये जाने की संभावना है। फिलहाल, 10 से 12 सीट पर चर्चा होनी बाकी है।

महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीट है और इस मामले में यह देश में उत्तर प्रदेश (80) के बाद दूसरे स्थान पर है।

राउत ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘वीबीए के एमवीए में शामिल होने के साथ, भारत के संविधान की रक्षा करने की लड़ाई और मजबूत हो गई है। हम भीड़तंत्र के खिलाफ लड़ रहे हैं।’’

राकांपा के जयंत पाटिल और जितेन्द्र आव्हाड, कांग्रेस नेता नाना पटोले, अशोक चव्हाण, बालासाहेब थोराट और वर्षा गायकवाड़ तथा शिवसेना (यूबीटी) के राउत सीट बंटवारा वार्ता समिति के हिस्सा हैं।

पिछले लोकसभा चुनाव (2019) में भाजपा ने महाराष्ट्र में 23 सीट पर जीत दर्ज की थी, वहीं (अविभाजित) शिवसेना ने 18 सीट जीती थी। (अविभाजित) राकांपा को चार सीट, जबकि कांग्रेस, एआईएमआईएम और निर्दलीय उम्मीदवार को एक-एक सीट पर जीत मिली थी।