नए संसद भवन में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत की महक है : राष्ट्रपति मुर्मू

नयी दिल्ली,  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि नए संसद भवन में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की महक है तथा भारत की सभ्यता और संस्कृति की चेतना भी है।

नये संसद भवन में अपने पहले संबोधन में राष्ट्रपति ने रेखांकित किया कि वर्ष 2023 में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का समाप्त हुआ और 2023 में ही शांति निकेतन और होयसला मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची (वर्ल्ड हैरिटेज लिस्ट) में शामिल हुए। ‘‘यह भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है।’’

संसद के बजट सत्र की शुरूआत में लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहीं मुर्मू ने कहा कि नया संसद भवन आज़ादी के अमृतकाल की शुरुआत में बना है। उन्होंने विश्वास जताया कि नए भवन में नीतियों पर सार्थक संवाद होगा।

उन्होंने कहा ‘‘यहां ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत की महक है तथा भारत की सभ्यता और संस्कृति की चेतना भी है। इसमें, हमारी लोकतांत्रिक और संसदीय परंपराओं के सम्मान का प्रण है, साथ ही, 21वीं सदी के नए भारत के लिए, नई परंपराओं के निर्माण का संकल्प भी है।’’

राष्ट्रपति ने कहा कि बीते बरस भारत ने कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने कहा ‘‘इसी कालखंड में आज़ादी के 75 वर्ष का उत्सव, अमृत महोत्सव भी संपन्न हुआ है। 75 साल बाद युवा पीढ़ी ने फिर स्वतंत्रता संग्राम के उस कालखंड को जिया तथा गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया।’’

उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत ‘मेरी माटी, मेरा देश’ अभियान चलाया गया और देश के हर गाँव की मिट्टी के साथ अमृत कलश दिल्ली लाए गए। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान दो लाख से ज्यादा शिला-फलकम (पट्टिकाएं) स्थापित की गईं और तीन करोड़ से ज्यादा लोगों ने ‘पंच प्राण’ की शपथ लेकर राष्ट्र के प्रति अपना समर्पण जाहिर किया।

राष्ट्रपति ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान 70 हजार से ज्यादा अमृत सरोवर बनाए गए तथा दो लाख से ज्यादा अमृत वाटिकाओं का निर्माण हुआ एवं दो करोड़ से ज्यादा पेड़-पौधे लगाए गए।

उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव के दौरान ही राजधानी दिल्ली में कर्तव्य पथ पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित की गई तथा देश के अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित संग्रहालय खोला गया।

उन्होंने कहा कि 2023 में ही शांति निकेतन और होयसला मंदिर को यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल का दर्जा मिला।

पश्चिम बंगाल में स्थित शांति निकेतन में गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने एक सदी पहले विश्व भारती का निर्माण किया था।

बेलूर में स्थित होयसला मंदिर और कर्नाटक के सामनाथपुरा को भी यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है।

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि सिखों के दसवें और अंतिम गुरू गोविंद सिंह जी के साहिबज़ादों की याद में वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की गई।

गुरू गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व पर नौ जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घोषणा की थी कि 26 दिसंबर को गुरू के पुत्रों – साहिबजादा बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत की स्मृति में ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में बनाया जाएगा।

अपने संबोधन में मुर्मू ने यह भी कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को जनजातीय गौरव दिवस तथा विभाजन की विभीषिका को याद करते हुए, 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस घोषित किया गया।

उन्होंने कहा ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि (संसद के) इस नये भवन में उन नीतियों पर सार्थक संवाद होगाजो आज़ादी के अमृतकाल में विकसित भारत का निर्माण करेंगी।’’