केश निखार के प्राकृतिक साधन

केशों के सौंदर्य के प्रति नारी प्राचीन काल से ही सतर्क रही है, इसीलिए वह बालों को लंबा, घना, चमकीला, तथा काला बनाए रखने के प्रति हरदम प्रयत्नशील रहती हैं। काले-काले नागिन से बल खाते बाल न सिर्फ नारी-सौंदर्य को ही बढ़ाने वाले हुआ करते हैं बल्कि उनसे नारी के व्यक्तित्व में भी निखार आता है।


प्राचीन काल में बालों के निखार के लिए साबुनों के स्थान पर अन्य तरीके प्रयोग किये जाते थे जिनके प्रयोग से बाल घने, काले, चमकदार, रूसी रहित और न टूटने वाले मज़बूत हुआ करते थे किंतु आधुनिकता के दौर में अनेक प्रकार के साबुनों, शैम्पुओं एवं अन्य सामग्रियों का अंधाधुंध प्रयोग होने लगा जिससे बाल कमजोर होकर टूटने तथा सफेद होने लग गये।
आधुनिक प्रसाधन जहां बालों की सेहत पर दूरगामी प्रभाव डालते हैं, वहीं प्राकृतिक साधनों के उपयोग से केशों की सेहत एवं सुन्दरता को निखारा जा सकता है। ऐसे ही कुछ प्राकृतिक साधनों के विषय में बताया जा रहा है जिससे बालों की सुन्दरता एवं स्वास्थ्य में वृद्धि होती है।
बालों की खूबसूरती के लिए बालों की सफाई की ओर विशेष ध्यान देना जरूरी है। पसीना बालों की जड़ों में पहुंचकर उन्हें नुकसान पहुंचाता है इसलिए गर्मियों में कम से कम सप्ताह में दो बार तथा सर्दी में कम से कम सप्ताह में एक बार अवश्य ही बालों की अच्छी तरह सफाई करें।


बालों को कभी भी गरम पानी से न धोएं। बाल सुखाने के लिए नरम तौलिए का इस्तेमाल करें। बालों को रगड़कर न पोंछें। पगड़ी की तरह तौलिए को सिर पर लपेट लें और थपथपा कर पानी सुखाएं। गीले बालों में कंघी न करें। चौड़े दांत वाले ब्रश या कंघी का ही इस्तेमाल करें। बालों की छोटी-छोटी लटें लेकर बारी-बारी से सुलझाएं। नीचे से सुलझाकर ऊपर की ओर संवारें।


गीले बालों में ग्रिप, रबर बैंड आदि का उपयोग कतई न करें तथा सोते समय बालों में कभी भी रोलर न लगाएं क्योंकि इससे बाल खिंचते हैं। इसके साथ ही निम्नांकित उपायों से बालों को निखारने का प्रयास करती रहें-


आंवला, रीठा तथा शिकाकाई, तीनों को समान मात्रा में मिलाकर बारीक कूट कर छान लें। तीन-चार चम्मच चूर्ण पानी में डालकर तीन चार घंटे तक भीगने दें। फिर अच्छी तरह उबालकर कपड़े से छान लें। अब इस घोल में एक नींबू का रस तथा एक-दो चम्मच नारियल का तेल भी मिला दें। इस मिश्रण से बाल धोने से बालों में प्राकृतिक चमक आ जाती है।
आंवला तथा मेंहदी के चूर्ण को पानी में मिलाकर गाढ़ा घोल बना लें। इस घोल में एक नींबू का रस भी डाल दें और बालों में लेप करके एक घंटे के बाद गुनगुने पानी से धो लें। सौ ग्राम  दही, दस ग्राम ग्लिसरीन, दस ग्राम सिरका तथा दस ग्राम नारियल का तेल, सबको मिला कर केशों में मलें तथा आधे घंटे बाद धो डालें। बथुआ के साग को पानी में उबालें और पानी छानकर उस गुनगुने पानी से बाल धोने से बालों में चमक बनी रहती है।


दही को अच्छी तरह बिलोकर छाछ बना लें और छाछ से बालां को धोएं। बालों में चमक लाने के लिए बाल धोने वाले पानी में एक चम्मच बोरेक्स पाउडर मिला लें। कच्चे आलू के रस में थोड़ा सा ऑलिव ऑयल मिलाकर बालों में अच्छी तरह मलें तथा थोड़ी देर बाद बाल धो लें। इससे नई चमक आएगी। केश धोने के पानी में एक नींबू का रस या थोड़ा-सा सिरका डाल देने से बालों का सौंदर्य बढ़ जाता है।


केशों के निखार के लिए मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग भी एक सुप्रचलित तथा विश्वसनीय तरीका है। इसके लिए मुल्तानी मिट्टी को बारीक कूट कर पानी में भिगो दें। जब मिट्टी अच्छी तरह फूल जाए तो उसमें थोड़ा-सा नींबू का रस भी भिगो दें। उसके बाद मिट्टी को बालों में अच्छी तरह लेप दें। कुछ समय बाद धो डालें। बाल स्वच्छ तथा कोमल हो जाएंगे। बेसन और पानी का घोल भी बालों को धोने के लिए अच्छा माना जाता है। आप भी आजमा कर देखिए।
सिर में सीकरी हो जाने पर पहले नींबू का रस मलकर बाद में साफ पानी से धो डालिए। कुछ दिन नियमित प्रयोग करने से सीकरी खत्म हो जाती है। बालों का झड़ना रोकने के लिए प्रतिदिन जैतून के तेल की मालिश करें और बेसन से सिर धोएं। अगर मांग के आसपास कम बाल दिखाई देने लगें हों तो कुछ दिन स्थान बदलकर मांग निकालिए क्योंकि एक ही स्थान के बाल निरंतर खिंचे रहने के कारण कमजोर हो जाते हैं।


बालों में गुनगुना जैतून का तेल अथवा नारियल का तेल लगा कर धीरे-धीरे मलें। अब एक बरतन में पानी गरम करके उसमें तौलिया डालकर निचोड़ लें तथा इसे गरम-गरम (तौलिए को) बालों में लपेट लें। ठंडा होने पर तौलिये को पुनः गरम करके लपेटें। लगभग तीस मिनट तक यह प्रक्रिया करें। कुछ समय बाद रीठा,आंवला एवं शिकाकाई के घोल से बालों को धो लें। इस विधि से बाल लम्बे,काले व चमकीले होते हैं।


अगर बाल बहुत झड़ रहे हों तो नींबू का रस बालों में लगाकर कुछ देर तक छोड़ दें, फिर बालों को धो लें। इस प्रयोग को कुछ दिनों तक नित्य करने पर बालों का झड़ना बंद हो जाता है। जहां पर बाल उगते न हों, वहां पर अण्डे की जर्दी लगाते रहने से बाल उग आते हैं। इस्तेमाल की हुई चाय की पत्ती में थोड़ा पानी उबालकर ठंडा होने पर छानकर सप्ताह में एक बार बालों में लगाने से बाल मजबूत होते हैं।


नारियल के तेल में शिकाकाई, करी पत्ता, आंवला, त्रिफला, मेथी, ब्राह्मी और नीम के पत्ते मिलाकर पकाएं। इस तेल से मालिश करने से बालां को चमक और मजबूती मिलती है, साथ ही बाल जल्दी सफेद भी नहीं होते।