इजराइल-हमास के बीच युद्धविराम समझौते में अंतिम क्षणों में व्यवधान,शुक्रवार से पहले नहीं होगा प्रभावी

दीर अल बलाह (गाजा पट्टी),इजराइल और हमास के बीच चार दिन के युद्ध विराम तथा हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों के बदले में इजराइल की जेलों में बंद फलस्तीन के नागरिकों को रिहा कराने संबंधी समझौते में अंतिम वक्त में व्यवधान आ गया जिससे युद्ध विराम के शुक्रवार से पहले लागू होने के आसार नहीं है।

इजराइल के एक वरिष्ठ नेता ने घोषणा की है कि यह समझौता शुक्रवार से पहले प्रभावी नहीं होगा।

इजराइल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ज़ाची हानेग्बी ने देर रात घोषणा की कि समझौता शुक्रवार से पहले लागू नहीं होगा। माना जा रहा था कि इससे एक दिन पहले ही युद्धविराम प्रभावी हो जाएगा।

इजराइल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी कि युद्धविराम लागू होने में देरी क्यों हो रही है लेकिन ‘चैनल 13 टीवी’ ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि अभी अंतिम चरण की कुछ औपचारिकताएं बाकी हैं।

कतर ने इजराइल और हमास के बीच मध्यस्थता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उसने बृहस्पतिवार सुबह कहा कि समझौते के प्रभावी होने के वक्त के बारे में घोषणा ‘‘कुछ घंटों में की जाएगी’’।

इसे पहले बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे प्रभावी होना था। अमेरिका और मिस्र ने भी समझौते तक पहुंचने के लिए हुई बातचीत में मदद की है।

युद्धविराम के लिए समझौते से युद्ध थमने की उम्मीदें पैदा हुई हैं। युद्ध से इजराइल और गाजा दोनों में भारी तबाही हुई है और बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं। इस युद्ध से पूरे पश्चिम एशिया में तनाव फैलने की आशंका है।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध पर अपने विशेष मंत्रिमंडल के दो मंत्रियों के साथ संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि युद्ध विराम की समयसीमा समाप्त होने के बाद युद्ध फिर प्रारंभ होगा। उन्होंने कहा कि इजराइल का लक्ष्य हमास के सभी सैन्य प्रतिष्ठानों को नष्ट करना और गाजा में बंधक बनाए गए उसके सभी 240 लोगों को रिहा कराना है।

नेतन्याहू ने कहा, ‘‘मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि युद्ध जारी है। सभी लक्ष्य हासिल होने तक हमारे प्रयास जारी रहेंगे।’’

नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को फोन करके यही जानकारी दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने देश की खुफिया एजेंसी ‘मोसाद’ को हमास के निर्वासित नेतृत्व का सफाया करने का निर्देश दिया है ‘‘फिर वे चाहे कहीं भी हों।’’

अमेरिका ने युद्ध शुरू होने के बाद से इजराइल को भारी सैन्य तथा कूटनीतिक मदद मुहैया कराई है। युद्धविराम के प्रभावी होने के साथ ही दोनों पक्ष जहां हैं वहीं थम जाएंगे।

इजराइली सेना ने उत्तरी गाजा के अधिकतर हिस्से पर कब्जा कर लिया है और उनका कहना है कि उन्होंने सुरंगों और हमास के अधिकांश बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है। इजराइली सेना ने गाजा के सबसे बड़े अस्पताल शिफा के नीचे हमास का सैन्य केंद्र होने के अपने दावे को साबित करने के लिए विदेशी पत्रकारों के एक समूह को एक भूमिगत ठिकाने की तरह प्रतीत होने वाले बंकर दिखाए।

इजराइली अधिकारियों का मानना है कि हमास के अधिकतर बुनियादी ढांचे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है, इसके साथ ही उन्होंने दक्षिणी गाजा में व्यापक अभियान चलाने की धमकी दी है। यही वह स्थान है जहां उत्तरी गाजा से लोगों ने भाग कर शरण ली हुई है और हजारों लोग संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित आश्रयस्थलों में रह रहे हैं। इस स्थानों में भोजन, पानी और बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है।

हमास के लिए युद्ध विराम खुद को फिर से संगठित करने का मौका है, जिसे सात सप्ताह से जारी युद्ध में भारी नुकसान हुआ है। माना जा रहा है कि हमास का नेता येहया सिनवार जीवित है और गाजा में छिपा है। युद्ध समाप्त होने की सूरत में वह फलस्तीनी कैदियों की रिहाई को एक बड़ी उपलब्धि के रूप पेश कर सकता है।

इजराइल और हमास के बीच हुए समझौते के अनुसार हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों में से 50 को कई चरणों में रिहा किया जाएगा और इनके बदले में इजराइल की जेलों में बंद फलस्तीन के 150 लोगों को रिहा किया जाएगा।

कतर ने कहा कि युद्ध विराम से गाजा में भारी मात्रा में मानवीय सहायता पहुंच पाएगी,जिसमें ईंधन भी शामिल है।

नेतन्याहू ने कहा कि समझौते में रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति को बंधकों से मुलाकात करने का प्रावधान शामिल है।