हमारे तीसरे कार्यकाल में भारत का तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनना तयः मोदी

नयी दिल्ली,  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश तेजी से आगे बढ़ रहा है और उनकी सरकार के ‘तीसरे कार्यकाल’ में यह निश्चित रूप से दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा।

प्रधानमंत्री ने यहां ‘भारत मोबिलिटी’ वैश्विक प्रदर्शनी में उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि वाहन एवं वाहन कलपुर्जा उद्योग को भारत को वैश्विक आर्थिक शक्ति बनाने में अहम भूमिका निभानी होगी।

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने ट्रक और टैक्सी चालकों के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे पहले चरण में 1,000 आधुनिक विश्राम गृह बनाये जाने की भी घोषणा की।

उन्होंने कहा, “भारत लगातार गतिशील है और तेजी से आगे बढ़ रहा है। एक तरह से यह भारत के परिवहन क्षेत्र के लिए स्वर्णिम काल की शुरुआत है।” प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। भारत का हमारी सरकार के तीसरे कार्यकाल में दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनना निश्चित है।’’ देश में आम चुनाव अप्रैल-मई में होने वाले हैं।

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के पहले कार्यकाल में बैटरी एवं इलेक्ट्रिक वाहनों पर उनका विशेष ध्यान रहा था और दूसरे कार्यकाल में इस दिशा में अच्छी प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार के तीसरे कार्यकाल में परिवहन क्षेत्र नई ऊंचाइयां हासिल करेगा।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के पहले करीब 10 साल में 12 करोड़ वाहन बिके थे। लेकिन 2014 के बाद से देश में 21 करोड़ से अधिक वाहन बेचे जा चुके हैं।

दस साल पहले सालाना करीब 2,000 इलेक्ट्रिक वाहन ही बिक रहे थे जबकि अब 12 लाख इलेक्ट्रिक वाहन बेचे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में यात्री वाहनों के मामले में लगभग 60 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

उन्होंने कहा कि भारत भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नई नीतियां बना रहा है। उन्होंने एक दिन पहले पेश अंतरिम बजट में ढांचागत व्यय को बढ़ाकर 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक किए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि इससे भारत के परिवहन क्षेत्र के लिए नए अवसर पैदा हुए हैं।

मोदी ने उद्योग जगत से स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कच्चे माल का उपयोग करके बैटरी बनाने के लिए अनुसंधान और विकास को आगे बढ़ाने को भी कहा।

उन्होंने कहा, “भारत में उपलब्ध कच्चे माल से बैटरी बनाने के लिए शोध क्यों नहीं किया जाता? वाहन क्षेत्र को हरित हाइड्रोजन और एथनॉल में भी अनुसंधान करना चाहिए।”

इस दौरान प्रधानमंत्री ने बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में भारत की प्रगति का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘‘हम समुद्र और पहाड़ों को चुनौती देते हुए रिकॉर्ड समय में ‘इंजीनियरिंग करिश्मा’ तैयार कर रहे हैं। अटल सुरंग से लेकर अटल सेतु तक, भारत का ढांचागत विकास नए रिकॉर्ड बना रहा है। पिछले 10 साल में, 75 नये हवाई अड्डे बनाये गये हैं। लगभग चार लाख ग्रामीण सड़कें बनाई गई हैं।’’

उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 10 वर्षों में सरकार के प्रयासों से लगभग 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं और एक नया मध्यम वर्ग उभर रहा है और साइकिल, दोपहिया एवं चार पहिया जैसे परिवहन के साधन उनकी पहली जरूरत बने हैं।

मोदी ने कहा, ‘हमारी सरकार की गति और पैमाने ने भारत में गतिशीलता की परिभाषा ही बदल दी है।’ उन्होंने कहा कि भारत अब एक वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बनने की दहलीज पर है।

उन्होंने कहा कि अगले 25 वर्षों में गतिशीलता क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और उद्योग से इन संभावनाओं का पूरी तरह से उपयोग करने के लिए खुद को तेजी से बदलने का आग्रह किया।