जब एड़ियां फट जायें

फटी एड़ियों की कल्पना करने से एक अजीब सी सिहरन होने लगती हैं। भद्दी और कटी फटी लकीरें पैरों की दुर्दशा का बयान करती हैं पर यह कोई ऐसी समस्या नहीं जिस से निजात न पाया जा सके। बस आवश्यकता है कुछ ध्यान देने की।


सामान्यतः एड़ियों का फटना खुश्की या डेड स्किन के समय पर न निकालने के कारण यदि आप अपने पैरों पर ध्यान देंगी तो आप इस पर आसानी से काबू पा सकती हैं।


एड़ियों और पैरों के तले की स्किन मोटी होती है। कई बार शरीर के अंदर बनने वाले प्राकृतिक तेल पैरों की उस सतह तक नहींं पहुंच पाते जिसके कारण वहां की त्वचा और अधिक खुरदरी और सख्त होती चली जाती है।


कई बार पौष्टिक भोजन के अभाव में भी एड़ियां खुरदरी हो जाती हैं। एड़ियां जब अधिक फटने लगती हैं तो उनमें तकलीफ बढ़ जाती है। बहुत बार उनसे खून निकलने लगता है। ऐसे में यदि पहले ही उचित देखभाल की जाए तो इस नौबत तक एड़ियां पहुंच ही न पायें।
अगर एड़ियां फट जाएं तो घर पर उनकी देखभाल ऐसे करें।


फटी एड़ियों पर मैथिलेटिड स्पिरिट में रूई को भिगोकर उसे एड़ियों पर रखें। 2-3 मिनट तक रखने के बाद हटा लें। पुनः 10 मिनट बाद स्पिरिट से भीगी रूई रखें। 3 से 4 बार करें। धीरे-धीरे एड़ियों का फटना कम होने लगेगा।


डेढ़ चम्मच वैसलीन में एक छोटा चम्मच बोरिक पाउडर डालकर अच्छे से मिला लें। इस मिश्रण को कटे भाग पर अच्छी तरह लगाएं। नियमित कुछ दिन लगाने  से फटी एड़ियां भरने लगेंगी।


प्यूमिक स्टोन से एड़ियों और तलुवों की डेड स्किन नियमित हटाते रहने से एड़ियों का फटना कम हो जाता है।


सप्ताह में एक बार गर्म पानी में कुछ बूंदें शैम्पू और डिटॉल की डालें और 1 चम्मच मीठा सोडा डालें। उस पानी में 10 मिनट तक पैरों को भिगोए रखें। इससे मृत त्वचा नर्म हो जाएगी। उसे प्यूमिक स्टोन से रगड़ कर साफ कर लें। फिर तौलिए से पोंछ कर उस पर नारियल या जैतून के तेल से हल्की मालिश कर लें। धीरे-धीरे पांवों और एड़ियों का कटापन और खुरदरापन दूर हो जाएगा।


भोजन पौष्टिक लें। थोड़ी बहुत चिकनाई भोजन में लें ताकि शरीर में प्राकृतिक तेल बनते रहें।
रोज रात्रि में सोने से पूर्व पैरों को अच्छी तरह रगड़ कर सफाई कर लें। उस पर नारियल का तेल लगा लेने से भी इस समस्या पर काबू पाया जा सकता है।


दो सप्ताह में एक बार पेडी क्योर करवा कर भी इस समस्या से निजात पाई जा सकती है।
सर्दियों में प्रतिदिन पैरों व एड़ियों पर कोल्डक्रीम लगा कर जुराबें पहनें ताकि शुष्क हवाएं पैरों और एड़ियों को नुकसान न पहुंचा सकें।


जूते चप्पल भी ठीक साइज़ के पहनें। कई बार छोटे आकार की चप्पल पहनने से भी एड़ियों का भाग जमीन पर लगता है तो एड़ियां फटनी शुरू हो जाती हैं। नंगे पाव न चलें।
इन छोटी-छोटी पर फायदेमंद बातों पर ध्यान देने से आप अपनी एड़ियों को फटने से बचा सकती हैं।