संयुक्त राष्ट्र ने इजरायल-गाजा के लंबे संघर्ष पर जताई चिंता, जानिए क्या कहा?

संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र ने रविवार को कहा कि इजरायल और गाजा संघर्ष 2024 में भी चिंता का एक प्रमुख कारण बना रह सकता है। संयुक्त राष्ट्र के न्यूयॉर्क मुख्यालय से आज जारी बयान में यह जानकारी दी गयी। सुरक्षा परिषद के 22 दिसंबर के प्रस्ताव की “सही दिशा में एक कदम” के रूप में सराहना करते हुए, संयुक्त राष्ट्र ने दिये गये प्रस्ताव में संकटग्रस्त गाजा पट्टी में सहायता वितरण बढ़ाने का आग्रह किया है। कूटनीतिक प्रगति के बावजूद, संयुक्त राष्ट्र ने गाजा और वेस्ट बैंक में नागरिक आबादी के सामने आने वाली गंभीर परिस्थितियों को “निराशाजनक” बताया। 

वैश्विक निकाय ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए गाजा के लिए नव नियुक्त संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ मानवतावादी समन्वयक सिग्रीड काग को सहायता प्रवाह की निगरानी करने और क्षेत्र में संघर्ष के बाद के पुनर्निर्माण प्रयासों का नेतृत्व करने की तत्काल जिम्मेदारी सौंपी है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गाजा में अशांति के संभावित “और फैलने” के बारे में गंभीर आशंका व्यक्त की।

 

गाजा में और कब्जे वाले वेस्ट बैंक में इजरायली निवासियों तथा फिलिस्तीनियों के बीच बढ़ती हिंसा पर सुरक्षा परिषद की 29 दिसंबर की बैठक पर टिप्पणी करते हुए गुटेरेस ने गाजा में तत्काल मानवीय युद्धविराम का आह्वान किया। उन्होंने कैदियों की बिना शर्त रिहाई का आग्रह किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से दोनों प्रांतों में आपसी संघर्ष को रोकने के लिए संबंधित पक्षों पर प्रभाव डालने का आग्रह किया। 

मामले की तात्कालिकता पर जोर देते हुए गुटेरेस ने कहा, “गाजा में संघर्ष जितना लंबा रहेगा, व्यापक क्षेत्रीय टकराव का खतरा उतना ही अधिक होगा।” महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने भी न्यूयॉर्क संवाददाता सम्मेलन में कब्जे वाले वेस्ट बैंक में बढ़ती हिंसा पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने इज़रायली सुरक्षा बलों के बढ़ते अभियानों, मौतों में वृद्धि, बाशिंदों की हिंसा और फ़िलिस्तीनियों द्वारा इज़रायलियों पर हमलों जैसे मुद्दों पर बात की है।