सफलता पानी है तो आत्मविश्वास बढ़ाइए

बहुत से लोगों को आपने देखा होगा जो पढ़े-लिखे हैं और उन्होंने तकनीकी योग्यता भी ली, लेकिन वर्षों से नौकरी की तलाश में भटक रहे हैं, जबकि उनके समानान्तर कई लोग कुछ ही दिनों में कहां से कहां पहुंच गए। उन्हें दूसरों को सफल देखकर हैरानी तो होती है, लेकिन वे अपनी मंजिल पर क्यों नहीं पहुंच पा रहे हैं।


जब भी हम किसी काम की शुरुआत करते  हैं और उसके लिए मन में यह आत्मविश्वास बनाकर चलते हैं कि निर्धारित लक्ष्य को पाकर ही रहेंगे तो यकीन मानिए आप कुछ ही दिनों में अपनी मंजिल पर पहुंच जाएंगे। आज शिक्षित बेरोजगारों की जो फौज हमें दिखाई देती है उसका प्रमुख कारण उनमें आत्मविश्वास की कमी ही होता है और जब तक अपना आत्मविश्वास दृढ़ नहीं होगा तो सफलता की उम्मीद कभी पूरी नहीं होगी।


आज आपको सफलता के रास्ते पर आगे बढऩा है तो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने का हुनर सीखना ही होगा और लोगों को आकर्षित करने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि आप अपने से पूर्ण आश्वस्त दिखाई दें। सबसे महान नेताओं का सबसे महान गुण यही होता है कि वे अपने आप में विश्वास रखते हुए दिखाई देते हैं। उनके व्यवहार से प्रगट होता है कि वे निश्चित ही सफल होने की योग्यता रखते हैं और इसी कारण जनता उनके पीछे चलने को स्वाभाविक रूप से तैयार हो जाती है।


कम ही लोग ऐसे मिलते  हैं जिनका अपने आप में पूरा विश्वास होता है। सभी को अपनी प्रतिभा पर संदेह होता है, लेकिन यह सही भी है लेकिन फिर भी आप यह दिखाएं कि आप आत्मविश्वास से पूर्ण लबरेज हैं, क्योंकि लोग भी उसको ही पसंद करते हैं जो अपने आत्मविश्वास का प्रदर्शन करता हो। भले ही वह अंदर से इस बारे में कितना भयभीत क्यों न हो। अपने विश्वास को अपने ही तरीके से प्रगट करना चाहिए बोलचाल के तरीके से, शरीर की भाषा से और इस बात का भी अहसास रहना चाहिए कि सामने वाला व्यक्ति क्या चाहता है? क्या उसके सरोकार हैं, लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं है कि आप स्वयं से झूठ बोलें। दूसरों के सामने अपने आत्मविश्वास का प्रदर्शन करते हुए स्वयं को धोखा नहीं देना चाहिए। अपनी असुरक्षा के भाव को समझना चाहिए, लेकिन खुले तौर पर इस विषय में किसी से बातचीत नहीं करनी चाहिए।  मनोरंजन देने वाले लोग एक बात सीख लेते हैं कि यदि कोई खराब प्रदर्शन करे तो जनता उसे जल्दी ही भूल जाती है, पर उन लोगों को कभी माफ नहीं करती जो अपने प्रदर्शन को स्वयं में बुरा समझने लगते हैं। इसलिए यदि आपका अपने आप मेंं विश्वास नहीं है तो भी आप जनता के सामने उसे प्रदर्शित न करें। इस प्रक्रिया में यदि आप बनावटी दिखाई दें तो भी आपको विश्वास से भरा दिखना चाहिए। यह आपका कत्र्तव्य है कि यदि आप में आत्मविश्वास बिलकुल न हो तो भी पूर्ण आत्मविश्वास ही प्रगट करना चाहिए, इससे ओरों में उत्साह और विश्वास जाग्रत होगा।


आपको जानकर आश्चर्य होगा कि लोग आपकी दिखती इस शक्ति पर कितना विश्वास करते हैं। ऐसे में दो बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए। पहली बात तो यह कि आप क्या सोच रहे हैं कोई नहंी जानता, दूसरी बात यह कि यदि लोग इस बात का संदेह भी करते हैं कि जितने विश्वास भरे आप दिख रहे हैं उतने हैं नहीं तब भी वे इस बात का सम्मान करेंगे कि आप विश्वस्त दिखने का प्रयास कर रहे हैं। दूसरों से सम्मान प्राप्त करना भी उतना ही लाभदायक होता है जितना कि विश्वस्त महसूस करना। यदि आप विश्वस्त दिख रहे है तो जिस आदमी से मिलना चाहते हैं, उसको निश्चित रूप से प्रभावित करेंगे, फिर भी सही मायने में विश्वस्त होने और विश्वस्त दिखने के अहम्ï में बहुत महीन अंतर होता है।  किसी व्यक्ति को आकर्षित करने के लिए विश्वास का प्रदर्शन लाभदायक होता है लेकिन यह याद रखना चाहिए कि विश्वास के प्रदर्शन में थोड़ी-सी घबराहट भी प्रगट होती है, लेकिन इस घबराहट के प्रति भी सामने वाला व्यक्ति सम्मान की भावना रखेगा, लेकिन आवश्यकता से अधिक विश्वास आपको डुबा भी सकता है।