शिमला, हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की हार के बाद पैदा राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को दावा किया कि वे पूरे पांच साल तक सरकार चलाएंगे।
सुक्खू ने ‘पीटीआई वीडियो’ के सवाल पर कहा, ‘‘न तो केंद्रीय नेतृत्व ने और न ही किसी और ने मुझे इस्तीफा देने को कहा है और ऐसी कोई बात नहीं हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह का काम राज्य के भाजपा नेताओं द्वार किया गया है…. वे अपने ही लोगों पर भरोसा नहीं करते। सीआरपीएफ तैनात की गई थी। हरियाणा पुलिस तैनात की गई थी। हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया।’’
हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस को झटका देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को राज्य की एकमात्र राज्यसभा सीट जीत ली। भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी को हराया और इसी के तहत विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव का मंच तैयार हो गया।
सुक्खू ने कहा, ‘‘लेकिन मैं एक बात कहना चाहता हूं कि हिमाचल की जनता हमारे साथ है, विधायक हमारे साथ हैं और मैं इतना जरूर कह सकता हूं कि हम पांच साल तक हिमाचल की सरकार चलाएंगे।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या मैजूदा स्थित भाजपा के ‘‘ऑपरेशन लोटस’’ से उत्पन्न हुई है या ‘‘अपने लोग’’ ही इसके लिए जिम्मेदार है तो सुक्खू ने कहा, ‘‘कुछ गलतियां हुई होंगी और उन गलतियों के कारण कुछ कमियां रही होंगी।’’
उन्होंने साथ ही यह भी कहा, ‘‘ऑपरेशन लोटस में जिस तरह के ‘तंत्र-मंत्र’ का इस्तेमाल किया गया था, उसकी इसमें बड़ी (भूमिका) है।’’
राज्य विधानसभा की 68 सीटों में से कांग्रेस के पास 40 और भाजपा के पास 25 सीटें हैं। प्रदेश में तीन निर्दलीय विधायक हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को राज्यसभा सीट के लिए मतदान बराबरी पर रहा। कांग्रेस और भाजपा दोनों उम्मीदवारों को 34 वोट मिले, जो दर्शाता है कि कम से कम छह कांग्रेस विधायकों ने पार्टी के खिलाफ मतदान किया।
उन्होंने बताया कि विजेता का फैसला लाटरी व्यवस्था से हुआ।