सलोनी त्वचा सौन्दर्य में चार चांद लगा देती है

आकर्षक सौन्दर्य के लिये त्वचा का महत्व उल्लेखनीय है।  सुंदर-सलोनी त्वचा सौन्दर्य में चार चांद लगा देती है, किन्तु त्वचा का रंग एक प्राकृतिक देन है और काली चमड़ी को गोरा बना पाना एक असंभव कार्य है। साथ ही यह भी सत्य है कि खान-पान में सुधार करके तथा कुछ घरेलू प्रसाधनों की सहायता से उसमें पर्याप्त सुधार किया जा सकता है। कांतिवान चेहरा नारी सौन्दर्य का प्रतीक है। इसको सुन्दर बनाने के लिये आजकल नगर-नगर में स्थान-स्थान पर ब्यूटी पार्लर में अनेक प्रकार के हानिप्रद रसायनों का प्रयोग किया जाता है। जैसे हाइड्रोजन पराआक्साइड, अमोनिया, बेन्जीन आदि जो त्वचा के वास्तविक नमक को नष्ट करके उसे रूखा कर देते हैं।


घर के कामकाज से फुर्सत न मिलना एक बहाना मात्र हो सकता है, लेकिन कामकाज से फुर्सत न निकालने को आलस्य या अभ्यास की कमी ही कह सकते हैं। आज प्रदूषण और तनाव से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा है, ऐसे में भला आप सुन्दरता को कैसे संजोकर रख सकती हैं। सौन्दर्य और स्वास्थ्य का गहरा रिश्ता है, लेकिन यदि आप तनाव और प्रदूषण के साथ अपने लिए कुछ समय भी नहीं निकालेंगी तो भला आपकी त्वचा पर क्या बीतेगी। आपकी त्वचा से आपकी उम्र का पता नहीं चलता। यह काम्पलीमेंट उन सौभाग्यशाली गृहिणियों के लिये है, जो भरपूर ध्यान देती हैं अपनी देखरेख पर। उस चेहरे के लिए आप दो मिनट तो प्रतिदिन निकाल सकती हैं, जिसकी प्रशंसा आपके जीवन में उत्साह भर देती है।


चेहरे की चमक और कोमलता को बनाये रखने के लिये प्राकृतिक व नैसर्गिक साधनों का विशेष योगदान रहा है। फलों व सब्जियों के छिपे गुणकारी तत्व चेहरे के दोषों को दूर कर उसे कांति व लावण्यमय बनाते हैं।


सौन्दर्य प्रसाधन एवं ब्यूटी पार्लर के व्यय हर किसी के लिए संभव नहीं। कभी-कभी तो समय का अभाव भी बाधा उत्पन्न करता है। हमारी बूढ़ी नानी-दादी के कुछ परखे हुए नुस्खे जो आपके चेहरे की त्वचा को न केवल कसा रखेंगे, बल्कि चमक भी बनाए रखेंगे।
आपका रंग यदि सांवला है तो निराश न हों। यहां कुछ ऐसे सफल प्रयोग प्रस्तुत हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपना रंग किसी सीमा तक निखारने में सफलता प्राप्त कर सकती हैं। हां, इन प्रयोगों को कुछ समय तक नियमित अपनाती रहें। साथ ही यह बात अपने मन से बिल्कुल निकाल दें कि गोरा रंग सौन्दर्य के लिये जरूरी है। त्वचा का कोमल कांतिमय होना जरूरी है। ये प्रयोग आपकी त्वचा को निखारने के साथ स्निग्ध तथा आभायुक्त बनाएंगे।
 दो चम्मच मलाई अपने चेहरे पर अच्छी तरह मलिए। उस पर थोड़ी सी मात्रा में फिटकरी का पाउडर मिलाकर चेहरे पर लगाइये और 15-20 मिनट बाद ताजे पानी से धोइये। यह एक सर्वोच्च टोनर है।


 एक चम्मच शहद में आधे नींबू का रस और थोड़ी सी मुल्तानी मिट्टी मिलाकर चेहरे पर लगायें तथा आधे घंटे बाद चेहरे को ताजे पानी से धो डालें।


 खीरे के बीजों को धूप में सुखाकर पीस लें। इस पाउडर को भी मलाई में मिलाकर थपथपाकर चेहरे पर लगाइये। 15 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें। खुले रोम छिद्रों को ‘एस्ट्रिजेन्टÓ लगाकर बंद कीजिए।


 पके हुये केले का गूदा निकालकर बारीक मसल लें तथा चेहरे पर लेप कर लें। आधे घंटे बाद गुनगुने पानी से धो डालें। यह पैक त्वचा के रूखेपन को दूर करता है। असमय पड़ गईं झुर्रियां को समाप्त करता है। इससे मुहांसे भी दूर होते हैं।


 अधिक धूप में रहने या धूप में काम करने से रंग काला पड़ता है, इसलिये तेज धूप में न निकलें।


 नियमित थोड़ा-बहुत व्यायाम अवश्य करें तथा प्रात: टहलने जाएं। गाजर का सूप बनाकर पीएं तथा पपीता और फलों के रस का सेवन करें। पालक का सूप भी लाभकारी है। छोटे-छोटे निशान या काले धब्बों से आप परेशान हैं तो घबराइये नहीं, 2 औंस शहद 5-1 औंस गुनगुना पानी मिलाकर रख दीजिए। ठण्डा होने पर चेहरे पर लगाइये। देशी शुद्ध घी या लस्सी भी चेहरे पर काले धब्बे और निशान से छुटकारा दिलाते हैं।


 सूर्योदय की किरणों से त्वचा का रंग निखरता है तथा त्वचा चमकीली होती है। खट्टे दही में थोड़ी सी हल्दी तथा बेसन मिलाकर उबटन करें। ऑलिव ऑयल में खीरे के कुछ बारीक टुकड़े डालकर, उन्हें मसलकर उनका रस उसी तेल में मिला दें। इस तेल को मलने से त्वचा निखरती है।


 थोड़े से दही में आधे नींबू का रस तथा मुल्तानी मिट्टी मिलाकर चेहरे पर 15 से 20 मिनट तक लगा रहने दें, बाद में गुनगुने पानी से धो डालें। इससे चेहरे की कांति दिन दूनी-रात चौगुनी बढ़ती है व कील तथा झाइयाँ भी दूर होती हैं।
 10 ग्राम टमाटर का रस व एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर 15 मिनट लगायें तथा गुनगुने पानी से मुंह धो लें। यह फेस पैक तैलीय त्वचा के लिये बहुत लाभदायक होता है।
 दो चम्मच कसी हुई मूली और दूध हल्की आंच पर गर्म करके चेहरे पर पेस्ट की तरह लगाइये। सूखने पर गुनगुने पानी से 15 मिनट बाद धो दीजिए। उसके बाद कोई भी क्रीम लगा लीजिये। 1 टेबल स्पून फिटकरी, 1 औंस नींबू का रस,  एक और ब्रान्डी मिलाकर हफ्ते में एक बार चेहरे पर लगाइये। अत्यंत लाभकारी है।


 आलू को छीलकर रस निकाल लें। इस रस को चेहरे पर लगाने से ब्लीचिंग का प्रभाव दिखाई देता है। दूध में चावल का आटा मिलाकर उबटन करें। थोड़े से दूध में आधा चम्मच नमक मिलाकर एक रुई का फाया उसमें भिगोएं और फिर धीरे-धीरे चेहरे पर मलें। यह क्लीजिंग मितक का काम करेगा। दूध और नींबू के रस के मिश्रण से त्वचा पर स्पंज करें।
 एक खीरे को कद्दूकस से कसकर उसका रस निकाल लें। इसमें एक चम्मच गुलाब जल मिलाकर चेहरे पर 15 मिनट तक लगा रहने दें, फिर ताजे पानी से चेहरा साफ कर लें।
 संतरों के सूखे छिलकों का चूर्ण बनाकर रखें। इस चूर्ण में दो चम्मच बेसन, एक चम्मच मलाई तथा थोड़ी-सी हल्दी, सरसों का तेल मिलाकर उबटन करें। सरसों के दानों को पानी में पीसकर स्नान से पहले शरीर पर उबटन की तरह मलें। चूने के पानी में शहद मिलाकर लेप करें और एक घंटे बाद धो डालें।


 एक चम्मच नींबू रस, एक चम्मच दूध तथा एक चम्मच खीरे का रस मिलाकर चेहरे पर 20 मिनट तक लगा रहने दें, फिर ठंडे पानी से धो डालें, इससे त्वचा के छिद्र साफ होते हैं।
 तुलसी के पत्तों का रस तथा शहद मिलाकर मालिश करें। गुलाब की पंखुडिय़ों को गुलाब जल में मसलकर शरीर पर उबटन की तरह मलें।


इसमें से जो फेस पैक लाभदायक हो, उसके साथ फल व सब्जियों का रस भी सप्ताह में तीन बार विधिवत पिया जाये तो चेहरे की कान्ति चिरस्थाई बनी रह सकेगी, जिससे सभी आपके सौन्दर्य की प्रशंसा करेंगे।