रांची, विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के नेताओं ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान दोनों सदनों से 140 से अधिक सांसदों के निलंबन को लेकर शुक्रवार को यहां विरोध मार्च निकाला।
जुलूस रांची के जिला स्कूल से निकाला गया और लगभग दो किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद राजभवन के पास इसका समापन हुआ।
झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन के घटक दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वाम दलों ने मार्च में भाग लिया और उन्होंने भाजपा नीत केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए। इन दलों ने भाजपा पर ‘तानाशाह की तरह व्यवहार करने’ का आरोप लगाया।
राजभवन के पास सभा को संबोधित करते हुए झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि जिस तरह से सांसदों को निलंबित किया गया, वह ‘केंद्र के तानाशाहीपूर्ण रवैये’ को दर्शाता है।
ठाकुर ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार जन प्रतिनिधियों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। हम केंद्र के तानाशाहीपूर्ण रवैये के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए यहां एकत्र हुए हैं।’’
झामुमो के महासचिव विनोद पांडेय ने सांसदों के निलंबन को ‘लोकतंत्र पर हमला’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘यह कार्रवाई ना केवल ‘इंडिया’ गठबंधन के खिलाफ थी, बल्कि देश के लोगों के भी खिलाफ थी जिनका प्रतिनिधित्व सांसदों द्वारा किया जाता है।’’
हाल ही में संपन्न संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा के 100 और राज्यसभा के 46 सदस्यों को उनके अनियंत्रित व्यवहार, कार्यवाही में बाधा डालने, संसद की सुरक्षा में चूक से संबंधित 13 दिसंबर की घटना को लेकर तख्तियां दिखाने और नारे लगाने पर निलंबित कर दिया गया था।