नयी दिल्ली, भारतीय वाहन क्षेत्र में 2035 तक निर्यात की अगुवाई में एक लाख करोड़ डॉलर का उद्योग बनने की क्षमता है। एक रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है।.
आर्थर डी लिटिल की रिपोर्ट के अनुसार, वाहन उद्योग विनिर्माण, नवाचार और प्रौद्योगिकी में बढ़त के जरिये इस आकार को हासिल कर सकता है। .