नयी दिल्ली, तीन दिसंबर (भाषा) सरकार ने बुधवार को राज्यसभा में दावा किया कि दिल्ली में 400 एक्यूआई से अधिक स्तर वाले दिनों में कमी आयी है, वहीं 2016 की तुलना में पराली जलाने की घटनाओं में 90 प्रतिशत की कमी आयी है।
दिल्ली के पर्यावरण को सरकार के लिए चिंता का विषय बताते हुए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने यह बात मणिपुर से संबंधित एक संकल्प पर उच्च सदन में हुई चर्चा का जवाब देते हुए कही।
यह संकल्प जल (प्रदूषण निवारण तथा नियंत्रण) संशोधन अधिनियम को मणिपुर में लागू किए जाने से संबंधित है। मंत्री के जवाब के बाद उच्च सदन ने ध्वनिमत से संकल्प को मंजूरी प्रदान कर दी।
यादव ने कहा कि केंद्र सरकार ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों के कृषि मंत्रियों के साथ लगातार छह बैठकें की हैं।
यादव ने कहा, ‘‘यदि आप 2016 से तुलना करेंगे तो पराली के जलने (की घटनाओं) में 90 प्रतिशत की कमी आयी है। मैं यह मानता हूं कि स्थिति में और सुधार करने की आवश्यकता है लेकिन यदि एक्यूआई के 400 से अधिक स्तर वाले दिनों को देखा जाए तो इस साल ऐसे दिनों की संख्या लगातार कम होती जा रही है।’’
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘बहुत खराब’ और 401-500 को ‘गंभीर’ माना जाता है।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि धूल के कारण होने वाला प्रदूषण, वाहन प्रदूषण, औद्योगिकी प्रदूषण सहित सहित मानव गतिविधियों के कारण होने वाले प्रदूषण से निबटने की दिशा में सरकार काम कर रही है।
यादव ने सदन को आश्वासन दिया कि जब भी यह विषय आएगा तो वह विस्तार से सदस्यों को सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।