अमेरिका के कुछ विश्वविद्यालयों ने फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाना शुरू किया

शिकागो,  अमेरिका के शिकागो विश्वविद्यालय में मंगलवार को पुलिस ने फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के एक तंबू को हटा दिया।

इससे पहले नरम रुख अपनाने वाले विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि प्रदर्शन अपनी सीमा पार कर चुके हैं और सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।

दंगा रोधी बल के अधिकारियों ने विश्वविद्यालय परिसर का रास्ता बंद कर दिया, जिसके बाद विश्वविद्यालय के अध्यक्ष पॉल एलिविसाटोस ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करना विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी है। हालांकि उन्होंने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि अब बहुत हो गया।

उन्होंने एक संदेश में कहा, “विश्वविद्यालय एक ऐसी जगह है जहां असहमति जताने वालों के पास अपनी बात रखने के कई रास्ते हैं, लेकिन हम ऐसा माहौल नहीं बनने दे सकते, जिसमें कुछ लोगों की अभिव्यक्ति हावी हो जाए और बाकी लोगों का कामकाज प्रभावित हो।”

अमेरिका के विश्वविद्यालयों में प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव बढ़ रहा है। तीन सप्ताह पहले कोलंबिया विश्वविद्यालय में एक अभियान शुरू होने के साथ विश्वविद्यालयों में विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत हुई थी। कुछ महाविद्यालयों ने इजराइल-हमास युद्ध के खिलाफ हुए प्रदर्शनों पर तत्काल कार्रवाई की थी। हालांकि अब तक प्रदर्शनों की अनुमति देने वाले कुछ विश्वविद्यालयों का धैर्य टूट गया और उन्हें पुलिस कार्रवाई का सहारा लेना पड़ा।

उल्लेखनीय है कि 18 अप्रैल से अब तक 50 विश्वविद्यालय परिसरों में 2,600 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।