सत्ता में आने पर शाह बानो मामले की तरह कांग्रेस राम मंदिर पर शीर्ष अदालत के फैसले को पलट देगी: मोदी

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बीड (महाराष्ट्र), प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को दावा किया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई, तो वह राम मंदिर पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को उसी तरह पलट देगी, जैसे 1985 में शाह बानो मामले में अदालत के ऐतिहासिक फैसले को राजीव गांधी के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार ने पार्टी की तुष्टिकरण की राजनीति के तहत पलट दिया था।

मोदी ने कहा कि हाल ही में पार्टी छोड़ने वाले एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने खुलासा किया है कि ‘शहजादा’ (सांसद राहुल गांधी की ओर इशारा करते हुए) ने राम मंदिर मामले में 2019 के उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद चुनिंदा लोगों की बैठक बुलाई और कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में वापस आती है तो शीर्ष अदालत का फैसला उसी तरह पलट दिया जाएगा जैसे उनके पिता (तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी) ने शाह बानो मामले में किया था।

साल 1985 में, उच्चतम न्यायालय ने इंदौर की एक मुस्लिम महिला शाह बानो के पक्ष में फैसला सुनाया था, जिन्होंने तलाक के बाद अपने पति से गुजारा भत्ते की मांग की थी। लेकिन तत्कालीन राजीव गांधी सरकार ने एक अधिनियम के माध्यम से फैसले को पलट दिया था। नवंबर 2019 में, शीर्ष अदालत की पांच-न्यायाधीशों की पीठ ने अयोध्या में एक दशक पुराने भूमि विवाद को समाप्त करते हुए राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था।

मोदी मध्य महाराष्ट्र के बीड जिले के अंबेजोगाई में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार पंकजा मुंडे के पक्ष में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे।

भाजपा के दिग्गज नेता ने कहा कि विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में किए जाने वाले अनुष्ठानों को ‘बेकार’ और ‘पाखंड’ कहकर मजाक उड़ाया है और भगवान राम व उनके भक्तों का अपमान किया।

उन्होंने कहा, ‘‘ये लोग अन्य धर्मों के बारे में ऐसी बातें कहने की हिम्मत नहीं कर सकते। वे तुष्टिकरण की राजनीति के लिए भगवान राम और राम भक्तों का अपमान करते हैं। क्या ऐसी पार्टियां महाराष्ट्र का गौरव बढ़ा सकती हैं।’’

मोदी ने अपने संबोधन के दौरान उत्तर प्रदेश में ‘इंडिया’ गठबंधन के एक घटक दल की नेता की ‘वोट जेहाद’ वाली टिप्पणी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार के उस बयान का भी जिक्र किया, जिसमें दावा किया गया था कि पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब ने 26/11 के हमलों के दौरान तत्कालीन महाराष्ट्र एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे को नहीं मारा था।

मोदी ने आरोप लगाया कि ‘नवंबर 2008 में मुंबई में घुसे 10 आतंकवादियों का कांग्रेस से कुछ संबंध है’ जिन्होंने अराजकता मचाई।

उन्होंने कहा, ‘‘लोग कांग्रेस से पूछ रहे हैं कि ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है? कांग्रेस के शासनकाल में पीएम हाउस में आतंकियों का स्वागत किया जाता था। दिल्ली के बटला हाउस एनकाउंटर के बाद कांग्रेस के एक बड़े नेता ने आंसू बहाए। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि क्या वह इन पुराने दिनों को वापस लाना चाहती है? लेकिन मोदी आपके सामने चट्टान की तरह खड़ा है।

बीड लोकसभा सीट पर चौथे चरण में 13 मई को मतदान होगा।

 

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