सब्जियों को पकाने एवं फलों को खाने से पूर्व अच्छी तरह धोयें। यहां तक कि आधे घंटे तक पानी में भीगने दें। * ज्यादा पके या सड़े-गले फलों का उपयोग न करें। कटे हुए फलों को कभी भूलकर भी न खरीदें, न ही उनको खाएं। * बचे हुए बासी भोजन का प्रयोग कतई न करें। भोजन में मिर्च-मसाला व तली हुईं वस्तुओं के स्थान पर दही, छाछ, हरी सब्जियां, सलाद, पोदीने की चटनी, प्याज, कैरी के पने का उपयोग करें। प्राथमिकता शुद्ध व शीतल जल को दें। * बाजार की खाने-पीने की चीजों, खोमचे वालों व ठेलेवालों की आइस्क्रीम का प्रयोग न करें। * पानी अधिक मात्रा में पीयें तथा स्वच्छ व शीतल जल पीयें। यात्रा के दौरान अपने साथ पीने के पानी का साधन अवश्य रखें। * खाने-पीने की सभी वस्तुएं ढंकी हुई हों। इन दिनों मक्खी, मच्छरों का प्रकोप अधिक रहता है। अत: सफाई पर ध्यान दें। मच्छरों व कीटों से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें। * किसी कारण विशेष में रात्रि में जागना पड़े तो हर एक घंटे के अंतराल पर पानी पीते रहें। * गर्मी के दिनों में चाय, काफी कम कर देना चाहिए। इसके स्थान पर दूध ठंडा करके, दही की लस्सी, नीबू की शिकंजी, शर्बत, कैरी का पना, फलों का रस पीना अति लाभकारी रहता है। * घर से बाहर जब भी जायें, पानी पीकर निकलें। इससे लू लगने का भय नहीं रहता है। * हमेशा कूलर व पंखे में रहने के स्थान पर रात को छत पर खुली हवा में सोना चाहिए। प्रात:काल घूमने जाना चाहिए, ताकि प्रात:काल की ताजी हवा से मन और शरीर प्रफुल्लित हो जाए। * महिलाओं को चाहिए कि वे इस मौसम में अपने बाल खुले न रखें। बाल बांधकर रखने से गर्मी कम महसूस होती है। पुरुषों को चाहिए कि इस मौसम में बाल बहुत छोटे रखें। बाल बढ़े हुए होने पर गर्मी का अहसास अधिक होता है। * गर्मियों में बहुत ही हल्के, सूती और ढीले व फैलावदार वस्त्र पहनने चाहिये। अंदर पहने जाने वाले कपड़े सूती हों। साथ ही उन्हें प्रतिदिन धोना चाहिये। रंग बहुत हल्का होना चाहिये, जिससे गर्मी में काफी राहत मिलती है। * गर्मी के दिनों में बच्चों को दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक न घूमने दें। घर पर ही मनोरंजन हेतु खेल जैसे कैरम, ताश व पत्र-पत्रिकाओं की व्यवस्था करें। दिन में स्वयं भी कुछ देर आराम करें, ताकि बच्चे भी स्वत: आपके साथ आराम करें। * यात्रा भी रात्रि के समय ही करना चाहिये। यात्रा का कार्यक्रम पहले निश्चित हो तो आरक्षण करवा लेना चाहिए। यात्रा के दौरान साथ में पुदीन हरा, नीबू, प्याज रखना चाहिए। * गर्मी के दौरान प्रात: 10 बजे से शाम पांच बजे तक दुपहिया वाहन पर लम्बा सफर कतई न करें। वाहन पर जाते समय आंखों पर चश्मा व सिर पर मोटा तौलिया रखें।