नयी दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ने के बाद उन्हें इंसुलिन दी गई। तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
आम आदमी पार्टी (आप) ने हनुमान जयंती के मौके पर प्राप्त हुई इस जानकारी का स्वागत किया और कहा कि यह बजरंग बली के आशीर्वाद का नतीजा है।
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”बजरंग बली की जय। हनुमान जयंती पर मिली खुशखबरी। तिहाड़ प्रशासन ने अरविंद केजरीवाल को आखिरकार इंसुलिन दी। यह हनुमान जी के आशीर्वाद और दिल्ली वालों के संघर्ष का नतीजा है। इस संघर्ष के दौर में भी बजरंग बली का आशीर्वाद हम सब पर बना हुआ है।”
आतिशी के मंत्रिमंडल सहयोगी सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि अधिकारी केजरीवाल को जानबूझकर इंसुलिन नहीं दे रहे थे।
भारद्वाज ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”आज साफ हो गया कि मुख्यमंत्री सही थे। उन्हें इंसुलिन की जरूरत थी लेकिन भाजपा नीत केंद्र सरकार के अधिकारी जानबूझकर उनका इलाज नहीं कर रहे थे। बताओ भाजपा वालों, अगर इंसुलिन की जरूरत ही नहीं है तो अब क्यों दे रहे हैं ? क्योंकि पूरी दुनिया इन पर लानत भेज रही है।”
तिहाड़ के एक अधिकारी ने कहा, ”अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चिकित्सकों की सलाह पर केजरीवाल को सोमवार शाम को कम ‘डोज’ वाली इंसुलिन की दो यूनिट दी गईं।”
अधिकारी ने बताया कि शाम करीब सात बजे उनके रक्त में शर्करा की मात्रा 217 पाई गयी, जिसके बाद तिहाड़ में उनकी देखभाल कर रहे चिकित्सकों ने उन्हें इंसुलिन देने का फैसला किया।
उन्होंने बताया कि एम्स के विशेषज्ञों ने 20 अप्रैल को मुख्यमंत्री के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान तिहाड़ के चिकित्सकों को सलाह दी थी कि अगर केजरीवाल के रक्त में शर्करा की मात्रा एक निश्चित स्तर से ऊपर चली जाती है तो उन्हें इंसुलिन दिया जा सकता है।
इस बीच, आम आदमी पार्टी (आप) सूत्रों ने कहा कि तिहाड़ में केजरीवाल के रक्त में शर्करा की मात्रा 320 को पार कर गयी थी।
सूत्रों के मुताबिक, यह पहली बार है जब जेल में केजरीवाल को इंसुलिन दिया गया जबकि उनके रक्त में शर्करा की मात्रा पिछले कुछ समय से बढ़ रही है।