मुंबई, निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च, 2024) में 18.5 प्रतिशत बढ़कर 11,672 करोड़ रुपये रहा है। बैंक के लाभ में इतनी वृद्धि कम प्रावधानों के कारण हुई।
वित्त वर्ष 2022-23 की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 9,853 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने शनिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि एकल आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 17.4 प्रतिशत वृद्धि के साथ 10,708 करोड़ रुपये रहा था, जबकि मार्च, 2023 तिमाही में यह 9,122 करोड़ रुपये था।
कंपनी की मूल शुद्ध ब्याज आमदनी 8.1 प्रतिशत बढ़कर 19,093 करोड़ रुपये रही। इसमें कर्ज में 16.8 प्रतिशत वृद्धि और शुद्ध ब्याज मार्जिन 4.90 प्रतिशत से घटकर 4.40 प्रतिशत रह गया।
पूरे पिछले वित्त वर्ष के लिए बैंक का एकल आधार पर शुद्ध लाभ 40,888 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 31,896 करोड़ रुपये था।
बैंक की गैर-ब्याज आय 15.7 प्रतिशत बढ़कर 5,930 करोड़ रुपये हो गई।
बैंक का प्रावधान मार्च तिमाही में आधे से ज्यादा घटकर 718 करोड़ रुपये रह गया।
भारी प्रतिस्पर्धा के बीच बैंक की जमा में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
असुरक्षित कर्ज पर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा चिंता जताए जाने के कुछ महीनों बाद आईसीआईसीआई बैंक के कार्यकारी निदेशक संदीप बत्रा ने कहा कि इसने व्यक्तिगत ऋण वृद्धि को घटाकर 32.5 प्रतिशत कर दिया, जो पहले 37 प्रतिशत था, जबकि क्रेडिट कार्ड बकाया में वृद्धि 35.6 प्रतिशत रही।