बेंगलुरु, लोकसभा चुनाव में कर्नाटक से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से तीन पूर्व मुख्यमंत्री अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इससे कांग्रेस शासित राज्य में प्रचार का माहौल गर्म हो गया है।
राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई हावेरी से, जगदीश शेट्टार बेलगाम से और एचडी कुमारस्वामी मांड्या से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं और उन पूर्व मुख्यमंत्रियों की सूची में शामिल हो गए हैं जिन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में पारी की शुरुआत की और कई सफल हुए।
बोम्मई और शेट्टार लिंगायत समुदाय से आते हैं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार हैं जबकि कुमारस्वामी राजग के घटक जनता दल (सेक्युलर) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पुत्र हैं।
कर्नाटक में लोकसभा की 28 सीट हैं जिनमें से 25 पर भाजपा चुनाव लड़ रही है जबकि पिछले साल सितंबर में राजग में शामिल हुई जद(एस) तीन सीट पर चुनाव लड़ रही है।
कर्नाटक (एक नवंबर 1973 तक मैसूर राज्य के रूप में जाना जाता था)में 1947 से लेकर अब तक कुल 23 मुख्यमंत्री हुए हैं; इनमें से 14 ने लोकसभा और दो ने राज्यसभा के सदस्य के रूप में भी राष्ट्रीय राजनीति में योगदान दिया है।
इनमें से सात पूर्व मुख्यमंत्री के सी रेड्डी, केंगल हनुमंतैया, वीरेंद्र पाटिल, गुंडू राव, एस बंगारप्पा, वीरप्पा मोइली और बीएस येदियुरप्पा राज्य कार्यपालिका प्रमुख का पद छोड़ने के बाद सांसद बनकर राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय हुए।
इतने ही मुख्यमंत्री सांसद के रूप में कार्य करने के बाद मुख्यमंत्री बने जिनमें एस निजलिंगप्पा, एच डी देवेगौड़ा, जे एच पटेल, एस एम कृष्णा, एन धरम सिंह, एच डी कुमारस्वामी और डी वी सदानंद गौड़ा शामिल हैं।
एस. आर बोम्मई और रामकृष्ण हेगड़े ने अपनी संसदीय पारी राज्यसभा के सदस्य के रूप में शुरू की।
पिछले साल मई में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा के खराब प्रदर्शन के लगभग एक साल बाद बसवराज बोम्मई लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं। वह मई तक राज्य के मुख्यमंत्री थे और मौजूदा विधानसभा में शिगगांव से विधायक हैं। वह हावेरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा ने शेट्टार को बेलगाम (बेलगावी) से मैदान में उतारा है। इस सीट का प्रतिनिधित्व निवर्तमान लोकसभा में भाजपा की मंगला अंगड़ी कर रही हैं, जो पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी की पत्नी हैं। शेट्टार हुबली-धारवाड़ क्षेत्र के रहने वाले हैं और स्वयं अंगड़ी परिवार के रिश्तेदार हैं और पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
कुमारस्वामी जद (एस) के टिकट से मांड्या सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने 1996 में कनकपुरा लोकसभा सीट से चुनावी राजनीति में कदमा रखा और जीत हासिल की। कुमारस्वामी 2009 में बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट से निर्वाचित हुए।
कुमारस्वामी पांच बार के विधायक हैं और अब चन्नापटना सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने इच्छा जताई है कि अगर नरेन्द्र मोदी सरकार दोबारा सत्ता में आती है तो वह कृषि मंत्री बनना चाहेंगे।