अमेठी (उप्र) अमेठी लोकसभा सीट से उम्मीदवार के रूप में गांधी परिवार के सदस्य के नाम की घोषणा न होने से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गौरीगंज में केंद्रीय कार्यालय में आज से धरना शुरू कर दिया ।
धरने में कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल, पूर्व जिलाध्यक्ष योगेन्द्र मिश्रा भी शामिल हैं।
कांग्रेस के जिला प्रवक्ता अनिल सिंह ने बताया कि अब नामांकन के लिए केवल तीन दिन का समय शेष रह गया है, लेकिन अब तक अमेठी लोकसभा सीट से उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई है।
सिंह ने कहा कि अमेठी में कांग्रेस कार्यकर्ता और अमेठी की जनता गांधी परिवार को चाहती है। उन्होंने कहा,‘‘ हम सब यह चाहते हैं कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ें और अमेठी का खोया हुआ सम्मान वापस दिलाएं।’’
पार्टी कार्यकर्ता हाथों में पर्चे लिये हुये हैं जिनपर लिखा है, ‘अमेठी मांगे राहुल गांधी, अमेठी मांगे प्रियंका गांधी।’
कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि इस धरने में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल सहित पूर्व एवं वर्तमान सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता, ब्लॉक कमेटी के पदाधिकारी वरिष्ठ कांग्रेस जन, युवा कांग्रेस, छात्र संगठन, महिला कांग्रेस, सेवा दल के पदाधिकारी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान से मांग है कि वह तत्काल गांधी परिवार के किसी सदस्य को अमेठी से उम्मीदवार घोषित करे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि अमेठी से गांधी परिवार का ही कोई सदस्य चुनाव लड़े , चाहे वह राहुल गांधी हों या प्रियंका गांधी ।
अमेठी में 26 अप्रैल से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है जो तीन मई तक चलेगी। लेकिन कांग्रेस की ओर से अब तक अमेठी लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई है।
कांग्रेस के कार्यकर्ता लगातार राहुल गांधी से चुनाव लड़ने की मांग कर रहे हैं लेकिन अब तक कोई घोषणा न होने से संशय से बरकरार है। भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को उम्मीदवार घोषित कर रखा है। स्मृति ने 29 अप्रैल को अपना नामांकन पत्र भी दाखिल किया।
स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को 50 हजार से अधिक मतों के अंतर से हराया था।