चंद्रबाबू नायडू ने भारी बहुमत के साथ आंध्र प्रदेश में दोबारा सत्ता हासिल करने का किया दावा

कुर्नूल, तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया कि आंध्र प्रदेश में सत्ता विरोधी लहर होने और सत्तारूढ़ युवजन श्रमिक रायथू (वाईएसआर) कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने वादे पूरे नहीं किए जाने के कारण उनकी पार्टी राज्य में एक साथ हो रहे विधानसभा और लोकसभा चुनावों में जबरदस्त जीत हासिल करेगी।

राज्य में सत्ता हासिल करने के प्रयासों में लगे पूर्व मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि तेदेपा-भाजपा-जन सेना पार्टी (जेएसपी) गठबंधन 13 मई को एक साथ होने वाले चुनावों में लोकसभा की 25 सीट में से 24 और विधानसभा की 175 सीट में से 160 पर आराम से जीत हासिल कर लेगा।

नायडू (74) ने कहा कि वाईएसआर कांग्रेस आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिलाने के वादे पर सत्ता में आई थी, लेकिन उनका वादा ठंडे बस्ते में चला गया और लोगों को हर सरकारी विभाग के कथित कुप्रबंधन का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य इस हद तक भारी वित्तीय कर्ज में डूब गया है कि लोगों को वेतन और पेंशन नहीं मिल रही है।

एन.चंद्रबाबू नायडू ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए सक्षात्कार में कहा, ”आंध्र प्रदेश में जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर है। वाईएसआर कांग्रेस ने विकास के पारिस्थितिकी तंत्र को नष्ट कर दिया है।”

उन्होंने कहा कि वाईएसआर कांग्रेस न केवल राज्य को विशेष दर्जा दिलाने में विफल रही है, बल्कि राज्य के विभाजन के दस साल बाद भी राज्य की उचित राजधानी भी नहीं तय कर सकी।

नायडू ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार ने सभी सरकारी संस्थानों को ‘बर्बाद’ कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि राज्य का हर क्षेत्र ‘मंदी’ में है, जिससे ‘अराजकता’ फैल गई है।

उन्होंने कहा, ”आज राज्य में यह स्थिति है कि सभी अधिकारियों का मनोबल बहुत गिरा हुआ है। कोई काम करने को तैयार नहीं है।”

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में विकास न होने से लोग परेशान हैं।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया, ”गांवों में ना तो पानी और बिजली है, न ही ठीक-ठाक सड़कें। वहीं, एक आम आदमी की आय उसके खर्च की तुलना में बहुत कम है। यह तो बड़ी बुरी बात है। हर किसी के जीवन स्तर में गिरावट आई है।”

नायडू ने दावा किया कि लोगों को यह अनुभव हुआ है कि वाईएसआर कांग्रेस ने झूठे वादे किए। उन्होंने कहा कि इससे सत्ता विरोधी लहर को बढ़ावा मिला है और लोगों ने तेदेपा के पक्ष में मतदान करने का मन बना लिया है।

आंध्र प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पर्याप्त मौजूदगी नहीं होने के बावजूद उसके साथ गठबंधन पर उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी के ‘कुशासन’ से बढ़ी हुई लोगों की पीड़ाओं को खत्म करने और राज्य में सामान्य स्थिति लाने के लिए किया गया है।

फिल्म अभिनेताओं को देखने भीड़ तो अच्छी संख्या में आती है, लेकिन माना जाता है कि वे वोट नहीं दिला पाते, क्या ऐसे में अभिनय से राजनीति में आए पवन कल्याण की जन सेना पार्टी के साथ गठबंधन से तेदेपा को फायदा होगा, इस पर नायडू ने कहा, ‘‘पवन कल्याण अलग हैं। वह पार्टी के प्रमुख हैं। उनका एक वोट बैंक है। इसलिए हम उनसे जुड़े हैं।’’