हसरंगा को खरीदने का मतलब था कि चहल को नहीं खरीद सकते: हेसन

नयी दिल्ली,  युजवेंद्र चहल को टीम में नहीं रखने का रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को लंबे समय तक अफसोस रहेगा और फ्रेंचाइजी के पूर्व क्रिकेट निदेशक माइक हेसन ने मंगलवार को जोर देकर कहा कि आईपीएल की पिछली नीलामी में गलत आकलन के कारण वे इस लेग स्पिनर को अपने साथ बरकरार रखने में विफल रहे।

सोमवार को चहल ने आईपीएल में 200 विकेट लेने वाला पहला गेंदबाज बनकर इतिहास रच दिया।

हेसन ने जियो सिनेमा पर पूर्व भारतीय बल्लेबाज रोबिन उथप्पा से बात करते हुए कहा, ‘‘युजी (चहल) एक ऐसा खिलाड़ी है जिसे लेकर मैं तब तक निराश रहूंगा जब तक कि मैं अपना करियर खत्म नहीं कर लेता और शायद उसके बाद भी। वह एक उत्कृष्ट गेंदबाज है। मुझे लगता है कि जब हर चक्र की बात आती है तो आपको यह तय करना होता है कि आप किसे रिटेन (अपने साथ जोड़े रखना)करना चाहते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप केवल तीन खिलाड़ियों को रिटेन करते हैं तो आप नीलामी में चार करोड़ रुपये अतिरिक्त लेकर जाते हैं। इससे संभावित रूप से हमें हर्षल (पटेल) और युजी दोनों को खरीदने का मौका मिलता।’’

हेसन ने कहा कि चहल का नाम नीलामी में काफी देर से आया और तब तक फ्रेंचाइजी ने पहले ही श्रीलंकाई स्पिनर वानिंदु हसरंगा को खरीद लिया था।

उन्होंने कहा, ‘‘जब नीलामी का क्रम आया और युजवेंद्र चहल 65वें नंबर पर था। युजी के बाद कोई और स्पिनर नहीं था जिसमें हमारी दिलचस्पी थी।’’

हेसन ने कहा, ‘‘अगर हमें युजी नहीं मिलता तो हम स्पष्ट रूप से एक अन्य विकल्प के रूप में हसरंगा में रुचि रखते थे। इसलिए हमने उसके लिए बोली लगाई और फिर एक बार जब हमें हसरंगा मिल गया तो इसका मतलब था कि हम युजी के लिए नहीं जा सकते।’’

चहल ने आईपीएल में 153 मैचों में 21.60 की औसत से 200 विकेट लिए हैं जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 40 रन पर पांच विकेट है। वह सोमवार को जयपुर में मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच के दौरान इस मुकाम पर पहुंचे।

हेसन ने 2019-2023 तक बेंगलोर फ्रेंचाइजी के क्रिकेट निदेशक के रूप में कार्य किया।