केकेआर से मिली हार से आरसीबी की गेंदबाजी की कमियां उजागर हुईं

बेंगलुरु,  कोई भी राय बनाने के लिए तीन मैच भले ही काफी कम हों लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की गेंदबाजी में ‘वैराइटी’ की कमी को देखते हुए लगता है कि यह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सत्र उनके लिए थकाऊ होने वाला है।



शुक्रवार रात कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ 183 रन के लक्ष्य का बचाव करते हुए आरसीबी के गेंदबाज प्रतिद्वंद्वी टीम के बल्लेबाजों को बड़े शॉट खेलने से रोक नहीं सके जिससे उन्हें सात विकेट से हार मिली।



विशाख विजयकुमार ही एकमात्र गेंदबाज थे जिन्होंने ‘नकल बॉल’ का अच्छा इस्तेमाल कर 23 रन देकर एक विकेट झटका लेकिन अनुभवी गेंदबाज इस तरह की विविधता लाने में कामयाब नहीं हो सके।



विजयकुमार ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘दूसरी पारी में बल्लेबाजी करना थोड़ा बेहतर था क्योंकि ओस के कारण गेंद तेजी से बल्ले पर आ रही थी। मैं ‘हार्ड लेंथ’ बॉल इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा था। हमने केकेआर के बल्लेबाजों को रोकने के लिए अलग तरह की गेंदबाजी करने की कोशिश की लेकिन वे नहीं रूके। ’’



केकेआर के बल्लेबाज वेंकटेश अय्यर ने 30 गेंद में 50 रन बनाये। उन्होंने कहा, ‘‘विजयकुमार की गेंद को खेलना थोड़ा मुश्किल था। लेकिन दूसरे छोर पर हमने दूसरे गेंदबाजों को निशाना बनाया। ’’



आरसीबी के कप्तान फाफ डुप्लेसी ने कहा, ‘‘हमने ग्लेन मैक्सवेल का इस्तेमाल किया। ऊंगली के स्पिनर यहां प्रभावी हैं लेकिन आज गेंद इतनी ज्यादा स्पिन नहीं हो रही थी। केकेआर बायें और दायें हाथ के बल्लेबाजों के साथ खेल रहा था तो स्पिनरों के लिए यह थोड़ा मुश्किल हो रहा था। ’’



उन्होंने कहा, ‘‘हमें एक कलाई का स्पिनर चाहिए जो दोनों तरीकों से गेंद को टर्न करा सके। ’’