स्मरण शक्ति को बढ़ाने के उपाय

आयु के साथ स्मरण शक्ति का कम होना आम बात है। कुछ की स्मरण शक्ति सामान्य से कम होती है। ऐसे में भी इसको बढ़ाने के प्रयास होने ही चाहिए।
स्मरण शक्ति कम होने के संभावित कारण
1. खानपान उचित न होना।
2. सदा, छोटी-बड़ी टेंशन में घिरे रहना।
3. नशीले पदार्थ, नशीले पेय के आदी होना।
4. पूरी नींद नहीं ले पाना, भले ही कोई वजह हो।
5. क्रोधी स्वभाव होने पर भी याददाश्त घटती है।
6. अति चंचलता एवं कामुकता भी कारण रहते हैं।


कैसे बढ़ा सकते हैं स्मरण शक्ति ?

ब्राह्मी वटी की दो गोलियां प्रतिदिन जल से लें।


गुलकंद मदद करता है। गुलाब के फूलों का गुलकंद, (मात्रा 10 ग्राम) दिन में दो बार, प्रात:-सायं, तीन महीने तक नियमित लेवें। जरूर लाभ होगा।


सेवफल, छिलकों सहित, खूब चबा-चबाकर खाना भी स्मरण शक्ति बढ़ाता है।


आंवले का मुरब्बा भी याददाश्त बढ़ाता है। हर दिन इसे (मात्रा 30 ग्राम) खाना शुरू करें। यह भी समस्या का एक अच्छा हल है।


अनुलोम विलोम दिन में दो समय जरूर करें।


 प्रात: की खुली हवा में लम्बी सांस लेने का अभ्यास भी लाभकर सिद्ध होगा।


 यदि उपलब्ध कर पाएं तो ताजा पानी नारियल से निकालें और सेवन किया करें। कोकोनट वाटर जो बाज़ार में मिलता है, विश्वसनीय नहीं है।


 प्रात: की सैर भी उपयोगी रहती है। स्मरण शक्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे मस्तिष्क की दुर्बल स्नायु में चेतना आने लगती है।


 जिन दिनों ताजा गाजर उपलब्ध रहती है, उन दिनों रोजाना डेढ़ सौ से दो सौ ग्राम गाजर का रस पिया करें। स्मरण शक्ति बढ़ेगी।


आप तुलसी के पत्तों, काली मिर्च, बादाम सेवन से भी लाभ उठा सकते हैं। इन्हें पीसकर गोलियां बना लें। छाया में सुखाएं। दूध के साथ, रात के समय, एक गोली खाना शुरू कर दें।


आयुर्वेद के जानकार कहते हैं कि गेहूं के पौधे का रस तैयार कर, पीना शुरू करें। स्मरण शक्ति बढ़ती रहेगी।


दिए उपायों में से केवल वही अपनाएं, जो सम्भव हो सकें।