सीतारमण की अगले सप्ताह वित्तीय-प्रौद्योगिकी कंपनियों के प्रमुखों के साथ बैठक

नयी दिल्ली,  अग्रणी वित्तीय-प्रौद्योगिकी (फिनटेक) कंपनी पेटीएम के मुश्किलों में फंसने के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नियामकीय मानकों के सख्त अनुपालन के मुद्दे पर अगले सप्ताह फिनटेक कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात करेंगी।

पेटीएम का परिचालन करने वाली कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड की सहयोगी इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के सख्त निर्देशों का सामना करना पड़ा है। रिजर्व बैंक ने ‘अपने ग्राहक को जानें’ (केवाईसी) दिशानिर्देशों समेत कई नियामकीय मानदंडों का पालन करने में नाकाम रहने पर पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 15 मार्च के बाद जमा या टॉप-अप सुविधा देने से रोक दिया है।

सूत्रों के मुताबिक, पेटीएम मामले के बीच सीतारमण अगले हफ्ते वित्तीय-प्रौद्योगिकी कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) के साथ बैठक करेंगी। इस बैठक में वह उनकी चिंताओं एवं समस्याओं से अवगत होने की कोशिश करेंगी।

हालांकि, सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में वित्त मंत्री की तरफ से वित्तीय-प्रौद्योगिकी कंपनियों पर नियामकीय मानकों का पालन करने की जरूरत पर जोर दिया जा सकता है। इसकी वजह यह है कि ये कंपनियां आम लोगों के पैसे के लेनदेन से जुड़ी हुई हैं।

इस बैठक में रिजर्व बैंक, वित्त मंत्रालय और उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के भाग लेने की उम्मीद है।

रिजर्व बैंक ने पिछले सप्ताह ग्राहकों के साथ-साथ पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) से जुड़े दुकानदारों को भी 15 मार्च तक अपने खाते अन्य बैंकों में स्थानांतरित करने की सलाह दी थी। इसके पहले 29 फरवरी के बाद ही जमा और क्रेडिट लेनदेन सहित अपने अधिकांश कार्यों को बंद करने के लिए कहा गया था।

वन97 कम्युनिकेशंस के पास पीपीबीएल में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है लेकिन वह इसे सहयोगी कंपनी के रूप में वर्गीकृत करती है, न कि अनुषंगी के रूप में।