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पटना,  राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव जनता का भरोसा जीतने के खातिर अपनी ‘‘जन विश्वास यात्रा’’ की शुरुआत करने मंगलवार को पटना से मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हुये।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महागठबंधन से अलग होकर पुराने सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ राज्य में नयी सरकार बनाने के कारण सत्ता से बाहर हो चुके यादव अपनी इस यात्रा के जरिये 11 दिन में सभी 38 जिलों को कवर करने की कोशिश करेंगे।

यादव पूर्ववर्ती महागठबंधन की सरकार में उप मुख्यमंत्री थे।

अपनी 11 दिन की इस यात्रा पर रवाना होने से पहले उन्होंने पूर्जा-अर्चना की और गाय को रोटी खिलायी।

इसके अलावा, यहां अपने पिता एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद और माता एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी का आशीर्वाद लिया। अपनी पुत्री कात्यायनी को गोद में लेकर प्यार किया तथा उसके पैर को अपने माथे पर रखा।

अपनी इस यात्रा पर रवाना होने के पहले संवाददाताओं से बातचीत में यादव ने कहा, ‘‘ नीतीश कुमार जी का कोई दृष्टिकोण नहीं है और न ही उनके पास गठबंधन बदलने का कोई कारण है… तो आज अपने माता की ममता और पिता की क्षमता तथा जो हमारा लोक धर्म है, उसकी प्रधानता के साथ हम आज लोगों के बीच जा रहे हैं ।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी जनता के मत को अपने पैर की जूती समझते हैं, जनता उन्हें जवाब देगी।’’

इस अवसर पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने तेजस्वी यादव को आशीर्वाद देते हुए उनके बारे में कहा़, ‘‘ पूरा आशीर्वाद है। बहुत काम किया है आगे भी करेगा। जनता जनार्दन से मेरी अपील है इसके मनोबल को और बढ़ाएं।’’

अपनी इस यात्रा के क्रम में यादव पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय मोतिहारी में रात्रि विश्राम के लिए पहुंचने से पहले सीतामढ़ी और शिवहर में दो और जनसभाओं को संबोधित करेंगे।

यादव की इस जन विश्वास यात्रा का समापन एक मार्च को होगा।