भारतीय कार्यबल को वैश्विक बाजार से जोड़ने के लिए सरकार प्रयासरतः प्रधान

नयी दिल्ली,  केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार देश में कुशल कार्यबल को वैश्विक बाजार के साथ जोड़ने की दिशा में काम कर रही है और भारत को वर्ष 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था बनाने के लिए उपलब्ध मानव संसाधनों के अधिकतम उपयोग पर जोर देना होगा।

प्रधान ने कहा कि कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) लोगों को दक्ष बनाने और उन्हें नए कौशल से लैस करते हुए कार्यबल की ‘रोजगार क्षमता बढ़ाने’ के लिए कई पहल कर रहा है।

शिक्षा के साथ कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय का भी दायित्व संभालने वाले प्रधान ने यहां एक कार्यक्रम से इतर कहा, ‘‘हम देश के कुशल कार्यबल को वैश्विक बाजार से जोड़ने की दिशा में काम कर रहे हैं।’’

इसके पहले प्रधान ने देश में कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के उपायों पर फ्लिपकार्ट, टीमलीज, इन्फोसिस, आईआईटी गुवाहाटी और लॉजिकनॉट्स, टाइम्सप्रो, बीसीजी एवं गूगल समेत 15 संगठनों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की।

एनएसडीसी ने इन संगठनों के साथ साझेदारी की घोषणा की है। इसके तहत इन संगठनों को ‘स्किल इंडिया डिजिटल हब’ से जोड़ा जाएगा।

इस मौके पर प्रधान ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को 30 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए देश के मानव संसाधन का ‘अधिकतम उपयोग’ करने की जरूरत है।