आदतन हुड़दंग, लोकतांत्रिक मूल्यों का चीरहरण करने वालों को आत्म निरीक्षण करना चाहिए: प्रधानमंत्री

नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि आदतन हुड़दंग करना जिनका स्वभाव बन गया है और जो आदतन लोकतांत्रिक मूल्यों का चीरहरण करते हैं, ऐसे सभी सांसदों को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।



संसद के बजट सत्र के पहले दिन मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हुड़दंग, नकारात्मकता और शरारतपूर्ण व्यवहार करने वालों को लोकतंत्रप्रेमी याद नहीं रखेंगे और उनके लिए यह बजट सत्र पश्चाताप का भी अवसर है।

अपने संबोधन की शुरुआत और समापन प्रधानमंत्री ने ‘राम-राम’ से की। उन्होंने कहा कि जब चुनाव का समय निकट होता है तो आम तौर पर पूर्ण बजट नहीं रखा जाता है। उन्होंने विश्वास जताया कि नयी सरकार बनने के बाद उनके नेतृत्व में सरकार पूर्ण बजट लेकर आएगी।

आगामी संसदीय चुनावों से पहले यह वर्तमान लोकसभा का आखिरी सत्र है। इस सत्र की शुरुआत संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक से होगी, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संबोधित करेंगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था उसके आखिर में नारी शक्ति वंदन विधेयक पारित हुआ तथा उसके बाद 26 जनवरी को भी देश ने कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति के सामर्थ्य, शौर्य और संकल्पशक्ति को अनुभव किया।

उन्होंने कहा कि आज बजट सत्र आरंभ हो रहा है जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मार्गदर्शन मिलेगा और बृहस्पतिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा अंतरिम बजट पेश किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि एक प्रकार से यह नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि गत 10 वर्षों में जिसको जो रास्ता सूझा, उस आधार पर सबने संसद में अपना-अपना कार्य किया।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं इतना जरूर कहूंगा कि जिनका आदतन हुड़दंग करने का स्वभाव बन गया है, जो आदतन लोकतांत्रिक मूल्यों का चीरहरण करते हैं, ऐसे सभी सांसद आज जब आखिरी सत्र में मिल रहे हैं तो यह आत्मनिरीक्षण जरूर करें कि 10 साल में उन्होंने जो किया, वह उनके संसदीय क्षेत्र में भी किसी को याद नहीं होगा कि उन्होंने इतना हुड़दंग मचाया।’’

मोदी ने कहा कि जिन्होंने उत्तम विचारों से सदन को लाभान्वित किया होगा, उनको बहुत बड़ा वर्ग आज भी याद करता होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में भी जब सदन की चर्चाएं कोई देखेगा, तो उनका एक एक शब्द इतिहास की तारीख बनकर उजागर होगा।’’

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले एक फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेंगी। नयी सरकार कार्यभार संभालने के बाद पूर्ण बजट पेश करेगी। इस सत्र का समापन नौ फरवरी को होना प्रस्तावित है।