मोदी की गारंटी है

गारंटी शब्द भरोसे का प्रतीक है। यह शब्द सामान्य व्यक्ति को संबल प्रदान करता है। जिस प्रकार किसी उत्पाद की गारंटी उसकी गुणवत्ता की गारंटी बनकर उसकी बिक्री को सुनिश्चित करती है,ठीक उसी प्रकार आज साफ नीयत, नीति और योजनाओं को समुचित रूप में क्रियान्वित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी जन सामान्य के लिए गारंटी बन चुके हैं। आतंकवाद, भ्रष्टाचार, जलवायु परिवर्तन, प्रकृति-पर्यावरण के संकट, वैश्विक शांति आदि अनेक ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिन पर मोदी नीति और नीयत से काम हो रहा है। उनका व्यक्तित्व-कृतित्व एक ऐसे जननायक के रूप में सामने आ रहा है, जो न केवल राष्ट्रीय अपितु वैश्विक मानवता के लिए भी आशा की किरण बन चुके हैं।


 एक सामान्य व्यक्ति का संघर्ष रोटी, कपड़ा और मकान को लेकर होता है। उससे थोड़ा आगे बढ़ते हैं तो शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा की चिंता उसे सताती है। स्वतंत्रता प्राप्ति के तुरंत बाद इन महत्वपूर्ण आयामों पर सरकार को तेजी से काम करते हुए सामान्य व्यक्ति के जीवन स्तर को बेहतर करने हेतु जितने प्रयास करने चाहिए थे, उतने नहीं हुए। जिस प्रजातंत्र अथवा समाजवाद की संकल्पना स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वाले सामान्य लोगों ने की थी,वह राजनीति के शीर्ष पर बैठे नेताओं के निहित स्वार्थों की बालि चढ़ गया। प्रजातंत्र परिवारतंत्र में बदलता चला गया और समाजवाद स्वार्थवाद में। 15 अगस्त 2014 को लालकिले की प्राचीर से अपने पहले ही संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने अपना लक्ष्य स्पष्ट करते हुए कहा था- मैं आपके बीच प्रधानमंत्री के रूप में नहीं, प्रधानसेवक के रूप में उपस्थित हूँ… हम आजादी के इस पावन पर्व पर माँ भारती के कल्याण के लिए, हमारे देश के गरीब,पीड़ित, दलित, शोषित समाज के पिछड़े हुए सभी लोगों के कल्याण का,उनके लिए कुछ न कुछ कर गुजरने के संकल्प का यह पर्व है। मेरा क्या? मुझे क्या? उससे ऊपर उठकर देशहित के हर काम के लिए मैं आया हूँ। मन की बात नामक कार्यक्रम के माध्यम से भी प्रधानमंत्री मोदी जन सामान्य के साथ जुड़ते हैं। आत्मनिर्भरता, ग्रामोद्योग,कौशल विकास, सामान्य व्यक्ति के जीवन की समस्याएं मन की बात का जब विषय बनती हैं, तो सामान्य व्यक्ति को गारंटी की अनुभूति होती है। प्रधानमंत्री मोदी उक्त भाव और संकल्प को धरातल पर उतरते हैं। वे सबका साथ- सबका विकास का मंत्र लेकर साफ नीयत से जनकल्याण हेतु जनधन योजना, स्किल इंडिया,मेक इन इंडिया,मेड इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत, गरीबी मुक्त भारत,भ्रष्टाचार मुक्त भारत, नारी सशक्तिकरण एवं समृद्ध किसान आदि अनेक संकल्प और योजनाओं को लागू करते हैं।


 महिला सशक्तिकरण के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत लगभग 12 करोड़ शौचालयों का निर्माण, कोविड के दौरान महिलाओं को लगभग 20 करोड़ से अधिक की वित्तीय सहायता, पीएम आवास योजना के तहत लगभग 3 करोड़ से अधिक शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आवास, सौभाग्य योजना के अंतर्गत करोड़ों घरों को बिजली एवं गैस सिलेंडर,जल जीवन मिशन के अंतर्गत लगभग 9 करोड़ घरों में स्वच्छ जल कनेक्शन, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से लगभग 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त राशन, कृषि बजट में विगत 9 वर्षों में 5.6 गुना से अधिक की वृद्धि, किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में 50 प्रतिशत से अधिक की ऐतिहासिक वृद्धि,प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत 11 करोड़ से अधिक किसानों के खातों में वार्षिक 6000 हस्तांतरित, लगभग 23 करोड़ मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण, किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लगभग 4 करोड़ किसानों को 4.7 लाख करोड़ का ऋण, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना के अंतर्गत 3.3 करोड़ से अधिक महिलाओं को भुगतान, विद्यालयों में लड़कियों के लिए लगभग 10 लाख अलग शौचालयों का निर्माण, पिछले 9 वर्षों में 390 नए विश्वविद्यालय एवं 7 नए आईआईएम और आईआईटी की स्थापना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत 1.37 करोड़ लोगों का प्रशिक्षण, आयुष्मान भारत के अंतर्गत 23.34 करोड़ से अधिक स्वास्थ्य बीमा कार्ड जारी, पिछले 9 वर्षों में 15 नए एम्स और 225 मेडिकल कॉलेज का निर्माण, स्टार्टअप व सशस्त्र बलों के लिए अनेक योजनाएं, अनुच्छेद 370 और 35 ए को हटाना और क्षेत्र में शांति व विकास की बहाली,राम मंदिर जैसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण मुद्दे का न्यायिक समाधान, वर्ष 2022 में भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था होने के साथ ही पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना, इज ऑफ़ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में 2014 के 142 वें स्थान से 2019 में 63 में स्थान पर आना, ग्रामीण सड़क, राजमार्ग, मेट्रो कनेक्टिविटी,रेल व्यवस्था, जलमार्ग आदि क्षेत्रों में अभूतपूर्व वृद्धि, तकनीकी कौशल और डिजिटल तकनीक में लगातार वृद्धि,धार्मिक-सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय गौरव के स्थानों का निर्माण अथवा जीर्णोद्धार,प्रकृति-पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन की दृष्टि से सौर ऊर्जा, नमामि गंगे एवं मिशन लाइफ जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं में ऐतिहासिक प्रगति आदि अनेक ऐसी बातें हैं जिनसे  प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से सामान्य आदमी का जीवन प्रभावित हुआ है। राष्ट्रीय अथवा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्राकृतिक आपदा अथवा कोई भी संकट आने पर प्रधानमंत्री मोदी स्वयं उसमें सक्रिय होकर एक सामान्य व्यक्ति की भी चिंता करना और छोटे बड़े अनेक कार्यों में जनभागीदारी व सहयोग हेतु आह्वान सामान्य व्यक्ति में विश्वास जगा रहा है। राष्ट्रीय एवं वैश्विक महत्व के छोटे-बड़े विभिन्न विषयों में प्रधानमंत्री मोदी की योजनाएं एवं कूटनीति देश के जन-जन को सेवा,सुशासन और गरीब कल्याण की गारंटी देती है। विभिन्न अवसरों पर समूचा विपक्ष मोदी सरकार को घेरने का प्रयास करता है। जाति, संप्रदाय एवं क्षेत्रीयता के आधार पर भी अनेक बार वैमनस्य फैलाने का प्रयास दिखाई देता है, लेकिन सामान्य व्यक्ति को निहित स्वार्थों की राजनीति और सेवा, सुशासन व गरीब कल्याण की मोदी नीति अब समझ में आ चुकी है,इसलिए वह मोदी नेतृत्व के साथ खड़ा है। मोदी की गारंटी पर स्वयं मोदी का कहना है कि- मेरे लिए गारंटी केवल शब्द या चुनावी वादे नहीं हैं, यह मेरी दशकों की कड़ी मेहनत है, यह समाज के प्रति संवेदनशीलता की अभिव्यक्ति है। मैं जब गारंटी की बात करता हूँ तो मैं अपने को इसके साथ बांधता हूँ, यह मुझे सोने नहीं देती, यह मुझे कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है,यह मुझे अपना सब कुछ देश के लिए, लोगों को दे देने की तरफ ले जाती है… मोदी की गारंटी गरीबों का विश्वास है। ध्यातव्य है कि गरीब, युवा,महिलाएं व किसान प्रधानमंत्री मोदी के लिए सबसे बड़ी जातियां हैं और ये चारों देश की ताकत के अथवा विकसित भारत के आधार स्तंभ भी हैं। प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी सबका साथ-सबका विकास के रास्ते भारतवर्ष को समृद्ध,सशक्त और विकसित बनाना है।