वजन कम करने के लिए इतनी मेहनत की जाती है। कभी डायटिंग, कभी व्यायाम, कभी खान-पान की आदतों में बदलाव पर कुछ ही दिनों बाद वजन फिर से बढ़ना प्रारंभ हो जाता है।
इसका कारण यह है कि व्यक्ति शारीरिक रूप से तो वजन घटाने के लिए तैयार हो जाता है पर मानसिक रूप से नहीं। वह मजबूरी में व्यायाम करता है, मजबूरन कई चीजों का त्याग करता है। आइए देखें स्थायी रूप से वजन घटाने के लिए शारीरिक व मानसिक दोनों रूप से कैसे तैयार हों।
वजन घटाने के लिए आप जो भी लक्ष्य बना रहे हैं वह ऐसा हो जिसका पालन आप जीवन भर कर सकें। यह नहीं कि वजन घटा और सारे लक्ष्य रफूचक्कर।
कोई भी परिवर्तन लाने से पहले अच्छी तरह सोच लें कि आप मानसिक रूप से तैयार हैं या नहीं। जो भी बदलाव आप लाने जा रहे हैं उन पर आप कायम रह पाएंगे या नहीं।
एक दम बड़े लक्ष्य न बनाएं। छोटे-छोटे लक्ष्य लेकर शुरू करें। एक घंटा व्यायाम करने की बजाय 15 मिनट से शुरू करें। फिर धीरे-धीरे 30 मिनट तक पहुंचें।
कई लोग वजन घटाने का लक्ष्य निर्धारित कर लेते हैं कि वे एक महीने में 5 किलो वजन घटाएंगे और एक महीने में वजन घटाने पर जोर-शोर से ध्यान देते हैं। यह लक्ष्य व्यवहारिक तो है ही नहीं। एक महीने में इतना अधिक वजन कम करने से आपको और भी नुकसान हो सकते हैं जैसे आपके स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है। यह भी जरूरी नहीं कि आप इतना वजन कम कर पाएं। हो सकता है सप्ताह भर में आपका आत्मविश्वास गड़बड़ा जाए, इसलिए ऐसे कठिन लक्ष्य न बनाएं।
अगर आपके पास समय की कमी है तो जरूरी नहीं कि आप 1 घंटा व्यायाम करें। आप इसकी जगह दूसरे विकल्प अपना सकती हैं जैसे अगर आप बस से जाती हैं तो बस स्टाप तक रिक्शा की बजाय पैदल चलने की आदत डालें। लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का प्रयोग करें और इन्हें हमेशा के लिए अपनी दिनचर्या में शामिल कर लें।
डायटिंग की बजाय कोशिश कीजिए कि अपने आहार कार्यक्रम को नियंत्रित करें। भोजन छोड़ने से अच्छा है कि अपने भोजन में से उन तत्वों को निकाल दें जो आपका वजन बढ़ाने में सहायक हैं। वसाहीन व कम कैलोरी युक्त भोजन करें। ध्यान रखें कि कैलोरी की मात्रा प्रतिदिन 1200 से कम न हो।