मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विपक्षी नेताओं से राम मंदिर समारोह से दूर रहने के फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा

शहडोल (मप्र), मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को कहा कि विपक्षी नेता अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण ठुकरा कर गलती कर रहे हैं और उन्हें अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।

यादव यहां एक कॉलेज में खेल परिसर का उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘‘वे भगवान राम मंदिर (उद्घाटन) के निमंत्रण को ठुकरा रहे हैं। ये लोग किस समय में रहते हैं और क्या सोचते हैं? उन्होंने पहले भी गलत बातें कही थीं। वे निमंत्रण अस्वीकार कर एक बार फिर गलती कर रहे हैं। मैं, इस मंच से, अनुरोध करता हूं कि 22 जनवरी में अभी भी समय है (ताकि वे पुनर्विचार कर सकें)।’’

यादव ने कहा कि लोग और वर्तमान पीढ़ी निश्चित रूप से इस तथ्य पर ध्यान देगी कि इन नेताओं ने राम मंदिर समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राजनीति चलती रहेगी, मतभेद होंगे, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संस्कृति को खारिज किया जा रहा है।’’

एक अन्य समारोह में आदिवासी समुदाय के बीच यादव ने मुगलों के खिलाफ लड़ने वाली गोंड रानी ‘रानी दुर्गावती’ को याद किया और कहा कि आदिवासी महिलाओं ने अपनी वीरता से देश की रक्षा की है।

उन्होंने समारोह में 1.94 लाख आदिवासी महिलाओं के बैंक खातों में पौष्टिक भोजन के लिए 29.11 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य के 89 आदिवासी विकास खंडों में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग कक्षाएं आयोजित की जाएंगी और आदिवासी किसानों को एक क्विंटल बाजरा की खरीद पर 1,000 रुपये का बोनस दिया जाएगा।