लखनऊ, केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्री भूपेन्द्र यादव ने शनिवार को दावा किया कि निषाद समाज रामराज की स्थापना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ है।
भूपेन्द्र यादव ने राजधानी लखनऊ के रमाबाई आंबेडकर रैली मैदान में शनिवार को ‘निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल’ (निषाद) के 11वें संकल्प दिवस पर आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘निषाद समाज भक्ति, समर्पण और त्याग की मिसाल है। इसी कारण वन गमन के दौरान प्रभु श्रीराम ने पग-पग पर समाज के हाशिये पर खड़े समाज और व्यक्ति को गले लगाया।’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘भगवान राम के वनवास के समय निषाद राज ने मदद की थी।’’
यादव ने कहा, ‘‘केंद्र और राज्य की सरकार निषाद समाज के सभी मुद्दों को लेकर गंभीर है और जल्द ही सुखद परिणाम देखने को मिलेंगे।’
रैली के बाद भूपेन्द्र यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा, ‘‘आज की सभा का जनसैलाब यह बता रहा था कि यह समाज रामराज की स्थापना के लिए नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में राजग के साथ मजबूती से खड़ा है।’’
रैली को संबोधित करते हुए निषाद पार्टी के प्रमुख और उप्र सरकार के मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा, ‘‘कांग्रेस की पूर्ववर्ती केंद्र सरकार ने 67 वर्षों में पूरे देश के मछुआरा समाज के लिए केवल तीन हजार करोड़ रुपये आवंटित किए थे, जबकि केंद्र की मोदी सरकार ने केवल नौ वर्षों में 39 हजार करोड़ रुपये मछुआ समाज के लिए आवंटित किए हैं।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री स्वयं निषाद समाज की चिंता करते हैं और निषाद समाज के सभी लंबित मुद्दों को लेकर भी गंभीर है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व की समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) एवं कांग्रेस की सरकारों ने निषाद समाज को मुद्दों से भटकाने का कार्य किया है।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए दावा किया कि भाजपा फिर से केंद्र में सरकार बनाएगी और मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि निषाद पार्टी एक विचारधारा है और यह समाज के पिछड़ी जातियों को हक दिलाने वाली पार्टी है।
इस अवसर पर भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, अपना दल (सोनेलाल) के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, उप्र सरकार के परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह समेत कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे।