निरंकुशता और भाई-भतीजावाद की जगह अब प्रतिभा ने ले ली है : धनखड़

नयी दिल्ली, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को कहा कि देश में ‘‘निरंकुशता और भाई-भतीजावाद’’ की जगह अब ‘‘प्रतिभा’’ ने ले ली है और आज युवाओं के पास अपने लक्ष्य हासिल करने के अधिक अवसर हैं।

यहां राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की स्वयंसेवकों के साथ बातचीत करते हुए धनखड़ ने दावा किया कि अब कानून के समक्ष वास्तव में सभी समान हैं जबकि अतीत में कुछ लोग सोचते थे कि वे इससे ऊपर हैं।

धनखड़ ने कहा कि भ्रष्टाचार और बिचौलियों का पारिस्थितिकी तंत्र नष्ट हो गया है और युवाओं के पास अपार अवसर हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार की निरंकुशता को लोकतंत्र की प्रतिभा से बदल दिया गया है।’’

एनएसएस स्वयंसेवक उस महिला दल का हिस्सा थीं, जिसने शुक्रवार को गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया था।

युवाओं को 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनने में मदद करने वाले ‘‘सैनिक’’ बताते हुए उपराष्ट्रपति ने उनसे नवोन्वेषी बनने और अनुसंधान तथा उद्यमिता पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।