नयी दिल्ली, दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में स्थित संजय गांधी स्मारक अस्पताल में इस साल मई तक 362 बिस्तरों का ट्रामा सेंटर बनकर तैयार हो जाएगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) अस्पताल के इस हिस्से में अंतिम कार्यों को अंजाम दे रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में यह अबतक का सबसे बड़ा ट्रामा सेंटर होगा। उन्होंने बताया कि कई बार ट्रामा सेंटर के कार्य को पूरा करने की समयसीमा बढ़ाई गई और अब पीडब्ल्यूडी काम को 31 मई तक पूरा कर लेगा।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। हम बिजली के उपकरणों को लगाने के कार्य के अंतिम चरण में हैं। मई तक इस हिस्से को स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया जाएगा।’’
ट्रॉमा सेंटर का निर्माण कार्य सितंबर 2019 में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा आधारशिला रखने के बाद शुरू हुआ था। अस्पताल में वर्तमान में 300 बिस्तर हैं।
अधिकारी ने बताया कि ट्रामा सेंटर के निर्माण कार्य को 2021 में पूरा किया जाना था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण निर्माण कार्य में देरी हुई और कार्य पूरा करने की समय सीमा 2022 तक बढ़ा दी गई।
अधिकारी ने बताया, ‘‘निर्माण कार्य शुरू होने के कुछ ही महीने बाद हम कोविड-19 महामारी की चपेट में आ गए और श्रमिक चले गए। प्रतिबंध हटाए जाने के बाद भी दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जीआरएपी के तहत लागू किए गए प्रतिबंधों के कारण देरी हुई। अब निर्माण कार्य पूरा हो गया है और छोटे-मोटे काम बचे हैं, हमें उम्मीद है कि कार्य पूरा करने में अब देरी नहीं होगी।’’
संजय गांधी स्मारक अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर और यूटिलिटी इमारत 117.78 करोड़ रुपये की लागत से बनायी गई है। ट्रामा सेंटर में 39 आईसीयू बिस्तर सहित कुल 362 बिस्तर और छह मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर होंगे।