मोटापा बीमारियों की जड़ है

मोटा तो कोई भी हो सकता है। जरूरी नहीं कि अमीर घराने के लोग ही मोटापे के शिकार हों। जिंदगी जिस तरह से बदल रही है, लोगों की जीवनशैली में जिस तरह से बदलाव आ रहा है उससे तो इसका शिकार अब कोई भी हो सकता हैं।


मोटापा बीमारियों की जड़ है। इससे मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है। मोटापे से ग्रस्त व्यक्तियों को मधुमेह, रक्तचाप, दिल से जुड़ी अन्य बीमारियां होने का खतरा सामान्य लोगों की तुलना में अधिक होता है।


मोटापे के मरीज को सबसे ज्यादा मधुमेह होने का खतरा होता है। जैसे-जैसे वजन बढ़ता जाता है वैसे-वैसे मधुमेह का खतरा भी बढ़ता जाता है। मधुमेह में पैनक्रियाज द्वारा पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बनता या फिर शरीर के द्वारा उस इंसुलिन का प्रभावपूर्ण प्रयोग नहीं होता। यही बीमारी मधुमेह कहलाती है।


मधुमेह मोटापे, आनुवांशिकता, शारीरिक श्रम न करने, अनियमित भोजन, लगातार तनाव में रहने एवं ज्यादा मीठा खाने के कारण होता है। बार-बार पेशाब करना, ज्यादा प्यास लगना, जख्म जल्दी न भरना, चिड़चिड़ा होना, दृष्टि कमजोर होना, जल्दी थकान हो जाना और शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता कम होना, ये सब मधुमेह के ही लक्षण हैं।


मधुमेह अधिकतर दो प्रकार का होता है। एक है टाइप -1 और दूसरा है टाइप – 2 मधुमेह। टाइप -1 मधुमेह में पैनक्रियाज से इंसुलिन का स्राव होना बंद हो जाता है और व्यक्ति को बाहर से इंजेक्शन द्वारा इंसुलिन लेना पड़ता है। यह 35 साल से कम आयु वालों को होता है। टाइप – 2 मधुमेह में पैनक्रियाज इंसुलिन तो बनाता है लेकिन शरीर उस इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाता। बुढ़ापे में टाइप-2 मधुमेह का ज्यादा खतरा होता है। यदि 10-11 वर्ष तक मधुमेह का इलाज न किया जाये तो इससे नपुंसकता का खतरा भी रहता है।
मधुमेह के अलावा मोटापे से ग्रस्त व्यक्ति को गठिया होने का भी डर रहता है। इस बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को जोड़ों में दर्द रहता है एवं हिलने-डुलने में परेशानी होती है। मोटापे के शिकार व्यक्ति को आर्थराइटिस एवं अस्थमा आदि बीमारियां होने का भी खूब डर रहता है। मोटापे से ग्रस्त व्यक्ति जब सांस लेते हैं तो वायु अंदर लेते हैं किन्तु उसे पूरी तरह वापस नहीं छोड़ पाते हैं जिससे उन्हें अस्थमा होने का डर रहता है। मोटापे और उससे जुड़ी बीमारियों से छुटकारा पाने का उपाय यही है कि सबसे पहले मोटापे से ही निजात पाई जाये।
मोटापे से निजात पाने के कई तरीके हैं जिन्हें आप रूटीन लाइफ में अपना सकते हैं। प्रतिदिन सुबह आधा घण्टा तेज कदमों से सैर करें। इससे कई बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। इससे वजन भी संतुलित रहेगा। शरीर में वसा और कोलेस्ट्राल का स्तर भी कम हो जायेगा। उच्च रक्तचाप भी नियंत्रित रहेगा। आपको शरीर में स्फूर्ति का अनुभव होगा।
किसी भी बीमारी से छुटकारा पाने के लिए सबसे पहले उसके होने के कारणों का पता लगाकर उन्हें दूर करें। तभी आप स्वस्थ और सफल जीवन जी सकेंगे। दवाइयों से बीमारी को कुछ समय के लिए टाला जा सकता है। मोटापे से पनपी बीमारियां मोटापे के रहते खत्म नहीं हो सकती, इसलिए जरूरी है पहले मोटापे से ही मुक्ति पाई जाये।


वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज बेहतरीन उपाय है। मोटापा कम करने के लिए ऐरोबिक्स भी कर सकते हैं। स्वस्थ शरीर होगा तो जीवन में खुशियां होंगी। इन सभी बीमारियों की जड़ मोटापा है। पहले इसे ही दूर करें। अपने खान-पान में ऐसी चीजों से परहेज भी रखें जिनसे मोटापा बढ़ता है।