अयोध्या में राम मंदिर निर्माण स्थल का दौरा करेंगे आदित्यनाथ, तैयारियों का जायजा लेंगे

अयोध्या,  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 30 दिसंबर को अयोध्या दौरे से पहले तैयारियों का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बृहस्पतिवार को अयोध्या का दौरा करेंगे।

अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि सुबह से ही घने कोहरे के कारण मुख्यमंत्री के शहर आगमन में देरी हो रही है। हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री के जल्द पहुंचने की उम्मीद जताई।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि यहां पहुंचने के बाद वह सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर जाएंगे और भगवान हनुमान के दर्शन करेंगे। इसके बाद वह रामलला के दर्शन करेंगे और फिर राम मंदिर में चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण करेंगे।

प्राचीन हनुमानगढ़ी मंदिर के पुजारी रमेश दास ने कहा, ‘‘हमें सूचना मिली है कि वह हनुमानजी के दर्शन के लिए मंदिर आएंगे।’’

उन्होंने कहा कि कोई भी गणमान्य व्यक्ति शहर में आने के बाद सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर जाता है। मान्यता है कि अयोध्या में जाने से पहले हनुमागढ़ी में हनुमान जी के दर्शन करना चाहिए।

सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अयोध्या के नवनिर्मित हवाई अड्डे का भी निरीक्षण कर सकते हैं।

हालांकि, इस पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

प्रधानमंत्री मोदी पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे का उद्घाटन करने के लिए 30 दिसंबर को इस मंदिर नगरी का दौरा करेंगे। अधिकारियों ने पहले बताया था कि वह एक रैली को भी संबोधित करेंगे।

राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होगा। प्रधानमंत्री मोदी भी इसमें शामिल होंगे।

बिरला धर्मशाला के सामने रामजन्मभूमि मंदिर स्थल के लिए एक औपचारिक प्रवेश द्वार बनाया गया है, जिसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रवेश द्वार हनुमानगढ़ी मंदिर के पास स्थित है और आगामी मंदिर के स्थल की ओर जाता है।

हनुमानगढ़ी मंदिर और मंदिर परिसर निर्माण स्थल की ओर जाने वाली सड़कों के आसपास भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या में भारी भीड़ पहुंचने की उम्मीद है और इसके मद्देनजर शहर में व्यापक स्तर पर तैयारियां चल रही हैं।

अयोध्या में अगले महीने होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले शहर की एक प्रमुख सड़क को सूरज की थीम वाले ‘सूर्य स्तंभों’ से सजाया जा रहा है।

तीस फुट ऊंचे प्रत्येक स्तंभ में एक सजावटी गोला है, जो रात में लाइट जलने पर सूर्य जैसा दिखता है।

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने यहां संवाददाताओं से कहा कि 70 एकड़ के परिसर का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा हरित क्षेत्र होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘हरित क्षेत्र में ऐसे हिस्से शामिल हैं जो बहुत घने हैं और इसके कुछ हिस्सों में सूरज की रोशनी भी मुश्किल से पहुंच पाती है। ग्रीन बेल्ट में लगभग 600 मौजूदा पेड़ संरक्षित हैं।’’