विजय के रथ पर सवार टीम इंडिया की सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के सामने होगी असल परीक्षा

मुंबई,  लीग चरण में लगातार नौ मैच जीत चुकी भारतीय टीम आत्मविश्वास से ओतप्रोत है लेकिन अब नॉकआउट चरण में पिछला प्रदर्शन मायने नहीं रखता और बुधवार को विश्व कप के पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ उसे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा ।

मैनचेस्टर में 2019 विश्व कप में इसी टीम से मिली हार अभी भी भारतीय टीम के जेहन में ताजा होगी । न्यूजीलैंड ने 2021 आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में भी भारत को हराया था ।

इस बार भारतीय टीम का प्रदर्शन इतना जबर्दस्त रहा है कि खिताब का इंतजार खत्म होने की उम्मीद बंधी है । रोहित शर्मा की टीम को बखूबी पता है कि वानखेड़े स्टेडियम पर कोई भी चूक करोड़ों प्रशंसकों के दिल तोड़ देगी । इसी वानखेड़े स्टेडियम पर 2011 में भारत ने 28 साल बाद वनडे विश्व कप जीता था ।

अपेक्षाओं के भारी दबाव पर भारत को खरा उतरना होगा । कप्तान रोहित और कोच राहुल द्रविड़ को पता है कि अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पाने पर क्या होता है। उन्हें हालांकि अपने खिलाड़ियों में से नाकामी का भय निकालकर उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये प्रेरित करना होगा ।

भारतीय क्रिकेटप्रेमी दुआ करेंगे कि रोहित टॉस जीते और सही फैसला ले । इस मैदान पर लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम फ्लडलाइट में जल्दी विकेट गंवाती आई है क्योंकि नयी गेंद को जबर्दस्त स्विंग मिलता है ।

भारत और न्यूजीलैंड के गेंदबाज नयी गेंद से खतरनाक साबित हो सकते हैं । ऐसे में भारत के सलामी बल्लेबाजों रोहित और शुभमन गिल पर बहुत कुछ निर्भर करेगा ।

रोहित अभी तक टूर्नामेंट में 503 रन बना चुके हैं और इस लय को जारी रखना चाहेंगे । गिल ने सात मैचों में 270 रन ही बनाये हैं और वह एक खास पारी खेलना चाहेंगे । विराट कोहली टूर्नामेंट में सर्वाधिक 593 रन बना चुके हैं और वनडे में रिकॉर्ड 50वां शतक बनाने की दहलीज पर हैं । वह भारत की जीत के साथ यह आंकड़ा छूना चाहेंगे ।

कोहली सेमीफाइनल में जल्दी आउट होने का सिलसिला भी तोड़ना चाहेंगे । वह 2019 और 2015 में सेमीफाइनल में एक रन पर आउट हो गए थे ।

भारत को मध्यक्रम के बल्लेबाजों केएल राहुल और श्रेयस अय्यर से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी ।

जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव ने गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन किया है जबकि मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज ने उनका बखूबी साथ निभाया है । इस विश्व कप में भारत की सफलता की कुंजी उसके गेंदबाज साबित हुए हैं । दूसरी ओर न्यूजीलैंड के पास भी ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी, लॉकी फर्ग्युसन जैसे तेज गेंदबाज और बायें हाथ के स्पिनर मिशेल सेंटनेर जैसे अनुभवी गेंदबाज हैं ।

बल्लेबाजी में न्यूजीलैंड के पास अनुभव की कमी नहीं है । युवा रचिन रविंद्र 565 रन बना चुके हैं और इस टूर्नामेंट की खोज रहे हैं । डेवोन कोंवे हालांकि पहले मैच में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 152 रन बनाने के बाद कोई बड़ी पारी नहीं खेल पाये हैं । कप्तान केन विलियमसन और डेरिल मिचेल मध्यक्रम की कमान संभालेंगे ।

टीमें :

भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, लोकेश राहुल, रविंद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, रविचंद्रन अश्विन, इशान किशन ,सूर्यकुमार यादव, प्रसिद्ध कृष्णा।

न्यूजीलैंड: टॉम लाथम (कप्तान), डेवोन कॉनवे, विल यंग, मार्क चैपमैन, डेरिल मिशेल, जेम्स नीशाम, ग्लेन फिलिप्स, रचिन रविंद्र, मिशेल सेंटनर, ईश सोढी, टिम साउथी, ट्रेंट बोल्ट, लॉकी फर्ग्युसन और मैट हेनरी।