नाटो प्रमुख पद की दौड़ में शामिल करिन्स ने कहा- रूस को लेकर स्पष्ट दृष्टिकोण की जरूरत

ब्रसेल्स,  लातविया के विदेश मंत्री क्रिस्जानिस करिन्स ने उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के शीर्ष पद पर अपनी दावेदारी पेश करते हुए मंगलवार को कहा कि इस सैन्य संगठन को एक सर्वसम्मति बनाने वाले की जरूरत है, जो उच्च रक्षा खर्च के लिए प्रतिबद्ध हो और रूस से निपटने को लेकर स्पष्ट दृष्टिकोण रखता हो।

नाटो, वाशिंगटन में जुलाई में होने वाले अपने अगले शिखर सम्मेलन में नए महासचिव के नाम की घोषणा कर सकता है। नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री जेन्स स्टोल्टेनबर्ग 2014 से नाटो के शीर्ष पद पर बने हुए हैं।

यूक्रेन में युद्ध के दौरान चार बार उनका कार्यकाल बढ़ाया गया।

करिन्स ने नाटो मुख्यालय में संवाददाताओं को बताया, ‘हमारे संगठन में 32 देश होने वाले हैं। किसी भी विषय पर 32 देशों को एक साथ रखना एक बड़ी चुनौती है और हमें सर्वसम्मति बनाने वाले एक ऐसी व्यक्ति की जरूरत है, जो सभी सहयोगियों के साथ काम कर सके और सभी को एक ही दिशा में आगे बढ़ा सके।’

रूस, नाटो का एक पुराना प्रतिद्वंद्वी बना हुआ है और मास्को के प्रति संगठन के दृष्टिकोण को प्रबंधित करना एक बड़ी परीक्षा है।

करिन्स ने कहा, ‘अगले महासचिव को नाटो की भविष्य की भूमिका, संगठन का विस्तार किस तरह से होगा, रूस को नियंत्रित करने के लिए संगठन कैसे काम करेगा इन सब पर एक स्पष्ट दृष्टिकोण रखना होगा।’

उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि रूस को वास्तविक खतरा स्वीकारते हुए घबराएं नहीं और उसे रोकने के लिए मिलकर काम करें।

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा किया जा सकता है और हम शांत रहकर बहुत दृढ़ तरीके से ऐसा कर सकते हैं।’’