जिस तरह से मोटापा, हृदय रोग, डायबिटीज आदि रोगों ने प्रगति की है उससे तो लगता है कि स्वास्थ्य के प्रति चिंता करना अब ज्यादा जरूरी हो गया है। पहले ये रोग इतने विकसित नहीं थे जितने कि ये अब बढ़ते जा रहे हैं। अगर ये बीमारियां इसी रफ्तार से बढ़ती रही तो मनुष्य का क्या होगा?
प्रत्येक बीमारी किसी न किसी रूप में एक दूसरे से जुड़ी होती है। तभी तो जब एक बीमारी व्यक्ति को हो जाती है तो दूसरी बीमारी भी उसे जल्दी ही घेर लेती है। इस तरह व्यक्ति बीमारियों से घिरता चला जाता है। बढ़ती बीमारियों की वजह आजकल मनुष्य की बदली जीवनशैली एवं आदतें हैं। पहले व्यक्ति को इतनी बीमारियां नहीं घेरती थीं क्योंकि वह जो भी खाता-पीता था उसमें किसी भी प्रकार की मिलावट या रसायन वगैरह का प्रयोग नहीं होता था।
मोटापा हर उम्र के लोगों, बच्चों व बड़ों में देखा जा सकता है। बच्चों में ज्यादा कोल्ड, ड्रिंक्स, चॉकलेट, पॉटेटो चिप्स, चावल आदि खाने व बैठे रहने वालों को मोटापा घेरता है। बड़ों के साथ भी यही स्थिति है। कम काम करने व ज्यादा खाने वालों को अक्सर मोटापा अपनी चपेट में ले लेता है। कुछ आजकल के खाने-पीने में इतना असर नहीं कि वह व्यक्ति को इतनी ताकत प्रदान करे जो कि पुराने समय में खान-पान में थी। बढ़ते मोटापे की समस्याओं के कारण नई-नई बीमारियां सामने आने लगी हैं।
मोटापे के कारण हृदय रोग, स्ट्रोक तथा अन्य कई बीमारियां होती हैं। मोटापे के साथ ही डायबिटीज की समस्या भी बढ़ जाती हैं। ज्यादा वजन होने के कारण जोड़ों में सूजन तथा ऑस्टियो आर्थराइटिस आदि होने का भी डर रहता है। मोटापे से जुड़ी बीमारियां हों या अन्य बीमारियां हों, यदि हम अपने स्वास्थ्य के प्रति जल्दी ही जागरूक नहीं हुए तो बीमारियों की लंबी लिस्ट हमारे सामने होगी, इसलिए इन बीमारियों से बचाव बेहद जरूरी है। उसके लिए सबसे पहले हमें अपने मोटापे को नियंत्रित करना होगा।
इसके लिए व्यायाम से शुरूआत करें। रोजाना एक लंबी वॉक लें यानी कि टहलने निकलें। इससे आप कई बीमारियों से बच पायेंगे। नियमित सैर से आपका शरीर स्फूर्तिवान होगा और आपके संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार भी होगा। आपके शरीर में ऊर्जा का संचार होगा और आपकी हड्डियां व मांसपेशियां भी मजबूत होंगी। हृदय को भी ताजगी मिलेगी। इसके अलावा अपने शरीर की अतिरिक्त वसा को कम करने के लिए अन्य व्यायाम भी किये जा सकते हैं। इससे वजन व मोटापा कम करने में बेहद मदद मिलेगी।
व्यायाम के अतिरिक्त तली-भुनी चीजों व मसालेदार आदि चीजों से भी दूर रहेंगे तभी मोटापा एवं उससे जुड़ी बीमारियों से निजात मिलेगी।
सादे व संतुलित भोजन से कितनी ही बीमारियों से मुक्ति पाई जा सकती है। किसी भी बीमारी के होने पर सबसे पहले उस बीमारी के कारणों को दूर कीजिए। तभी आप उस बीमारी से छुट्टी पा सकेंगे व स्वस्थ जिंदगी जी सकेंगे। दवाइयों से तो बीमारी को कुछ समय के लिए ही दूर किया जा सकता है। इसलिए उन कारणों को दूर करें जो बीमारी उत्पन्न करते हैं।
जैसा कि मोटापा अनेक बीमारियों को बढ़ावा देता है तो बाकी बीमारियों से बचने के लिए पहले मोटापे से ही निपटा जाये तो बेहतर है। इसलिए मोटापे से निजात पाने के लिए कोशिश करना शुरू कर दें।